कालियाचक कांड : आखिरकार पुलिसवालों पर गिरी गाज
मालदा : कालियाचक थाने को आग के हवाले कर दिये जाने के मामले को लेकर थाना प्रभारी को छोड़कर अन्य सभी पुलिसकर्मियों का तबादला जिले के विभिन्न थानों में कर दिया गया है. कालियाचक थाना प्रभारी शुभब्रत घोष के तबादले की भी संभावना है़ पुलिस विभाग की ओर से राज्य सचिवालय नवान्न में इस संबंध […]
मालदा : कालियाचक थाने को आग के हवाले कर दिये जाने के मामले को लेकर थाना प्रभारी को छोड़कर अन्य सभी पुलिसकर्मियों का तबादला जिले के विभिन्न थानों में कर दिया गया है. कालियाचक थाना प्रभारी शुभब्रत घोष के तबादले की भी संभावना है़ पुलिस विभाग की ओर से राज्य सचिवालय नवान्न में इस संबंध में एक रिपोर्ट भेजी गयी है. इस तबादले को लेकर पुलिस वाले मुंह नहीं खेल रहे हैं. कालियाचक थाने में थाना प्रभारी सहित कुल 12 पुलिस कर्मचारी थे़
इनमें से तीन सब इंसपेक्टर एवं चार एएसआइ का तबादला कर दिया गया है़ अन्य बचे पुलिसकर्मियों के भी तबादले का निर्देश जारी कर दिया गया है़ कालियाचक थाने के साधन भौमिक(एसआइ), प्रदीप सरकार(एसआइ) एवं शंकर सरकार(एसआइ) का तबादला गाजल, हबीबपुर एवं ओल्ड मालदा थाने में कर दिया गया है. इसके अतिरिक्त चार एएसआइ में से दो प्राणेश सरकार व देवदुलाल सरकार को वैष्णव नगर थाना, रामचंद्र साहा को गाजल व अभिजीत घोष को चांचल थाने में भेज दिया गया है.
इस संबंध में अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक मोदी ने बताया कि कालियाचक थाने के सभी पुलिसकर्मियों का तबादला कर वहां दक्ष पुलिस अधिकारियों को भेजा गया है. थाना प्रभारी के तबादले का अधिकार जिला पुलिस के पास नहीं होता़ थाना प्रभारी के विषय को राज्य सरकार देखेगी़ इस संबंध में आवश्यक रिपोर्ट राज्य सचिवालय को भेज दिया गया है.
इस बीच, जिला पुलिस द्वारा कालियाचक थाने के पुलिस अधिकारियों के तबादले को लेकर राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिक्रिया आने लगी है. कांग्रेस, माकपा, भाजपा आदि राजनीतिक दलों के नेताओं का कहना है कि पुलिस कर्मचारियों का तबादला बहुत पहले किया जाना चाहिए था.
दिनभर चला था उपद्रव का दौर: उस दिन सुबह नौ बजे से दोपहर करीब एक बजे तक कालियाचक पुलिस थाना व आस-पास का चौरंगी व बालियाडांगा इलाका रणक्षेत्र बना रहा. इतने समय तक 34 नंबर राष्ट्रीय राज मार्ग भी अवरुद्ध रहा.
साथ ही आस-पास के इलाके के बाजार आदि भी बंद रहे. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को अंजुमन अहले सुन्नातुल जमात नामक एक संगठन किसी घटना के विरोध में कालियाचक के चौरंगी इलाके में विरोध सभा कर रहा था. सभा के दौरान ही संगठन के कुछ उत्तेजित सदस्यों ने अचानक थाने पर हमला बोल दिया. सभा में एक लाख से ज्यादा लोग शामिल थे. हमलावरों ने शुरुआत में 34 नंबर राष्ट्रीय मार्ग पर चलने वाली गाड़ियों पर ईंट-पत्थर फेंकना शुरू किया.
इसके बाद हमलावरों ने कालियाचक थाने में घुसकर आग लगा दी. कुछ समझने से पहले ही पुलिस अधिकारियों के साथ भी मार पीट शुरू कर दी गयी. आग की वजह से पूरा थाना जल कर राख हो गया. प्राण बचाने के लिये सभी पुलिस कर्मचारी थाना छोड़कर बाहर निकल गये. इस घटना में पुलिस की कई गाड़ियां जल कर राख होने के साथ कालियाचक पुलिस थाने का एक हिस्सा पूरी तरह से जल चुका है. अनेक महत्वपूर्ण फाइलें राख हो चुकी हैं.
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि पिछले रविवार को जिले के कालियाचक थाना क्षेत्र में एक मजहबी संगठन से जुड़े लोगों ने उत्तेजित होकर कालियाचक थाने पर हमला बोल दिया था. थाने में उपस्थित पुलिसकर्मियों से मारपीट करने के साथ ही भीड़ ने रास्ते के किनारे खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. थाने को भी फूंक दिया गया. जानकारी के मुताबिक, 25-30 चारपहिया गाड़ियों में आग लगा दी गयी थी. बड़ी संख्या में साइकिलें और मोटर साइकिलें भी जलायी गयीं.
10 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
कालियाचक थाने में आग लगाने की घटना में लिप्त रहने के आरोप में पुलिस ने अबतक दस लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों के नाम मतिउर मोमिन(30),जब्दुल शेख (30), सिन्नात शेख (28), गफ्फार शेख(40), एकेलेसुर रहमान(41) बेनामिल शेख (29), लालू मोमिन(40), मुहम्मद आसादुल हक (31), फारुख शेख(43) एवं रासिदुल हक(29) है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किये गये इन दस लोंगो के विरूद्ध पहले से ही गिरफ्तारी वारंट जारी था. गिरफ्तार किये गये आरोपी कालियाचक थाना अंतर्गत सुल्तानगंज सहित आस-पास के निवासी हैं.
पुलिस वाले भी हुए थे घायल
इस हमले में कालियाचक थाना प्रभारी शुभब्रत घोष सहित पांच पुलिस कर्मचारी घायल हुए हैं. हमलावरों द्वारा चलायी गयी गोली से एक स्थानीय निवासी गोपाल तिवारी (22) भी घायल हो गये थे. पुलिस के 15 राउंड फायरिंग करने के बाद भी स्थिति नियंत्रित न होने पर बीएसएफ के जवानों को उतारा गया था.