सरकारी स्कूलों में अब इलेक्शन के बदले सेलेक्शन
हावड़ा. स्कूल शिक्षा विभाग (सेकेंडरी ब्रांच) की ओर से सरकारी स्कूलों में मैनेजिंग कमेटी की चुनाव नहीं कराने का सर्कुलर जारी किया गया है. अब स्कूलों में मैनेजिंग कमेटी का गठन स्थानीय विधायक व सासंद के इच्छा अनुरूप होगा. आठ से दस सदस्यों की इस मैनेजिंग कमेटी में एक अध्यक्ष, दो सदस्य( शिक्षा में रूचि […]
हालांकि यह सर्कुलर काफी पहले जारी किया गया है. राज्य के साथ-साथ जिले के कई स्कूलों में मैनेजिंग कमेटी में तृणमूल पार्षद अध्यक्ष के पद पर मनोनीत हुए हैं, जबकि बाकी पदों पर तृणमूल पार्टी से जुड़े लोगों को ही इस कमेटी में रखा गया है.
अभिभावकों का कहना है कि वाममोरचा सरकार की तरह ही वर्तमान तृणमूल सरकार भी शिक्षा में राजनीति कर रही है, जबकि सत्ता में काबिज होते ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एेलान किया था कि किसी भी हाल में शिक्षा के क्षेत्र में राजनीति बरदाशत नहीं की जायेगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जिले के कई हिंदी भाषी सरकारी स्कूलों में कुछ ऐसे तृणमूल नेताओं को कमेटी में रखा गया है, जिनके बच्चों का सरकारी स्कूलों से कोई लेना -देना नहीं है आैर न ही ये नेता शिक्षा जगत से जुड़े हुए हैं. बावजूद इसके ये मैनेजिंग कमेटी में शामिल हैं.