साथी की मौत से भी नहीं ली सबक

कोलकाता: गार्डेनरीच इलाके के हरिमोहन घोष कॉलेज में छात्र चुनाव के दौरान कोलकाता पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर तापस चौधरी की मौत होने के बावजूद कोलकाता पुलिस छात्र चुनाव में सश पुलिसकर्मी की तैनाती को लेकर असमंजस की स्थिति में है. कलकत्ता विश्वविद्यालय के अंतर्गत 86 कॉलेजों व सात कैंपस में आगामी 16,18 व 21 जनवरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2013 8:14 AM

कोलकाता: गार्डेनरीच इलाके के हरिमोहन घोष कॉलेज में छात्र चुनाव के दौरान कोलकाता पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर तापस चौधरी की मौत होने के बावजूद कोलकाता पुलिस छात्र चुनाव में सश पुलिसकर्मी की तैनाती को लेकर असमंजस की स्थिति में है.

कलकत्ता विश्वविद्यालय के अंतर्गत 86 कॉलेजों व सात कैंपस में आगामी 16,18 व 21 जनवरी को चुनाव संपन्न होंगे, लेकिन यहां पुलिस की तैनाती हथियार के साथ होगी या नहीं, इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है. इस मामले में कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) राजीव मिश्र ने बताया कि इसके पहले कॉलेजों में जैसे चुनाव संपन्न कराया जाता था. उसी पद्धति में इस बार भी चुनाव संपन्न होगा. इस बार हथियार के साथ उनकी तैनाती होगी या नहीं, इस पर निर्णय नहीं लिया गया.

ज्ञात हो कि इसके पहले महानगर के किसी भी कॉलेज के बाहर छात्र चुनाव के दौरान थाने से पुलिसकर्मियों को लाठी देकर ड्यूटी पर भेजा जाता था. किसी भी आपातकालीन स्थिति में पड़ने पर उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए इन लाठियों पर ही निर्भर रहना पड़ता था. इसी में पड़कर कोलकाता पुलिस के एसआइ तापस चौधरी को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. उस समय पुलिस कर्मियों का ही एक समूह वरिष्ठ अधिकारियों के इस निर्देश की काफी आलोचना की थी, लेकिन फिर एक बार ऐसी स्थिति पुलिस के सामने उत्पन्न हो गयी है, जहां उनके लिए इस समस्या पर निर्णय लेना बड़ी समस्या साबित हो रही है.

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