गुलाम अली का दुख खत्म हुआ कहा, मेरे लिए सरस्वती जैसी हैं ममता दीदी

कोलकाता : पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली ने मंगलवार को यहां के नेताजी सुभाष इंडोर स्टेडियम में दर्शकों की भारी भीड को अपने गायन से मंत्रमुग्ध कर दिया. इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी शिरकत की. इस दौरान गुलाम अली ने उनकी तुलना सरस्वती से की. गुलाम अली ने कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2016 8:34 AM

कोलकाता : पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली ने मंगलवार को यहां के नेताजी सुभाष इंडोर स्टेडियम में दर्शकों की भारी भीड को अपने गायन से मंत्रमुग्ध कर दिया. इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी शिरकत की. इस दौरान गुलाम अली ने उनकी तुलना सरस्वती से की. गुलाम अली ने कहा कि मेरे लिए ममता बनर्जी सरस्वती जैसी हैं.

आपको बता दें कि पिछले साल अक्तूबर में विरोध प्रदर्शन के बाद मुंबई में उनका कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था. यहां के नेताजी इंडोर स्टेडियम में लोकप्रिय गायक को सुनने के लिए हजारों लोगों की भीड जुटी. पटियाला घराने के 75 वर्षीय गायक ने कहा, ‘‘मैं कभी भी जहां कहीं जाता हूं, मुझे खुशी होती है, लेकिन इस बार मैं बहुत खुश हूं. मैं अकसर कोलकाता आया करता था लेकिन इस साल ऐसा लग रहा है कि मैं 50 साल के बाद यहां आ रहा हूं। मैं बहुत दुखी था और आज मेरा दुख खत्म हो गया.’ गायक ने जब ‘चुपके चुपके रात दिन’ और ‘हंगामा है क्यों बरपा’ जैसे अपने लोकप्रिय गाने गाए तो हजारों लोगों की भीड ने जमकर तालियां बजायीं.

उनके बेटे आमिर अली ने भी कार्यक्रम में उनके साथ प्रस्तुति दी. वहां मौजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुलाम अली को ‘संगीत सम्राट’ बताते हुए कहा, ‘‘संगीत की कोई सीमा नहीं होती.’ उन्होंने कहा, ‘‘आपको हमारे लिए एक उपहार के तौर पर दोबारा आना पडेगा.’ मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी भीड के कारण 12,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता वाले स्टेडियम में हर किसी को जगह नहीं दी जा सकी. दर्शक दीर्घा में मौजूद बॉलीवुड फिल्मकार महेश भट्ट ने ममता का आभार जताते हुए कहा कि लोकप्रिय गायक का हमारे बीच होना किसी चमत्कार से कम नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई में जिस तरह का माहौल बनाया गया था, उसके कारण हमने कुछ महीने पहले उम्मीद छोड दी थी.’

पाकिस्तानी गजल गायक के कार्यक्रम का आयोजन राज्य के अल्पसंख्यक विकास वित्त निगम ने किया था जो अल्पसंख्यक एवं मदरसा मामलों के विभाग के अधीन आता है जिसकी प्रभारी मंत्री ममता बनर्जी खुद हैं. पिछले साल अक्तूबर में शिवसेना ने मुंबई में गुलाम अली के कार्यक्रम को बाधित करने की धमकी देते हुए कहा था कि जब तक सीमा पार से आतंकवाद नहीं रुकता तब तक किस भी पाकिस्तानी कलाकार को शहर में प्रस्तुति देने नहीं दिया जाएगा.

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