उत्सव के बगैर जीवन नहीं : सीएम

कोलकाता. जात्रा (नाटक) मनुष्य के जीवन में सुधार लाता है. जात्रा समाज में लोगों को सोचना, हंसना और अनुभूति करना सीखाता है. उत्सव के बैगर मनुष्य का जीवन नहीं चल सकता है. ये बातें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बारासात के कछारी मैदान में जात्रा उत्सव के उद्घाटन सामारोह के दौरान कहीं. उन्होंने कहा कि राज्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2016 1:47 AM
कोलकाता. जात्रा (नाटक) मनुष्य के जीवन में सुधार लाता है. जात्रा समाज में लोगों को सोचना, हंसना और अनुभूति करना सीखाता है. उत्सव के बैगर मनुष्य का जीवन नहीं चल सकता है.

ये बातें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बारासात के कछारी मैदान में जात्रा उत्सव के उद्घाटन सामारोह के दौरान कहीं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उत्सव, कला और जात्रा के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने उत्सव को लेकर विरोधी दलों की आलोचना की निंदा की.

जात्रा से जुड़े लोगों का समाज सुधार में विशेष योगदान होता है. वे विभिन्न मुद्दे पर जात्रा कर समाज को विभिन्न तरह के संदेश देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने कहा कि जात्रा से जुड़े कुछ कलाकार अपना जीवन आर्थिक तंगी में गुजार रहे हैं. राज्य सरकार ने 311 गरीब कालाकारों को भत्ता देने का बीड़ा उठाया है. इस मौके पर उन्होंने कई विशिष्ट कालाकारों को सम्मानित किया. कार्यक्रम में खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, बारासात के विधायक चिरंजीत चक्रवर्ती और सांसद काकुली घोष दस्तीदार सहित कई प्रमुख नेता मौजूद थे.

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