कलाईकुंडा: पचास वर्ष तक शानदार सेवाएं देने के बाद सेवा से हटाए गए मिग 21 एफएल लड़ाकू विमान के साथ अपना अनुभव साझा करते हुए भारतीय वायुसेना के सबसे युवा पायलट ने कहा कि ‘ड्रीम मशीन’ उड़ाना स्वर्ग के करीब होने जैसा था.
वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल एनएके ब्राउन की मौजूदगी में कल मिग 21 टाइप 77 को सेवा से हटाने के मौके पर आयोजित समारोह में 27 वर्षीय फ्लाइंग लेफ्टिनेंट एल नागराजन ने कहा कि मैं गर्व महसूस कर रहा हूं. मैं अब भी यह विमान उड़ाना चाहता हूं.मिग 21 एफएल उड़ाने वाले सबसे युवा पायलट होने के नाते बल के सबसे वरिष्ठ पायलट को इसे आगे उड़ाने के लिए सौंपने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बहुत अच्छी भावनाएं हैं.
मैं बता नहीं सकता. यह बहुत सम्मान की बात है. आधिकारिक सूत्र ने कहा कि इस मिग श्रेणी के कुल 15 विमान वायुसेना में संचालित हो रहे थे और वे सभी कलाईकुंडा में तैनात थे. नागराजन ने कहा कि मुङो बहुत खुशी है. मैं जब भी मिग 21 उड़ाता हूं, मैं स्वर्ग के करीब महसूस करता हूं. उन्होंने कहा कि जब आप यह विमान उडाते हैं तो आप महसूस करते हैं कि आपको कोई नहीं छू सकता.