तृणमूल में लौटे आराबुल इसलाम

कोलकाता: विधानसभा चुनाव के पहले तृणमूल के भांगड़ इलाके के नेता आराबुल इसलाम को फिर से पार्टी में शामिल करने का फैसला तृणमूल कांग्रेस ने किया है. बुधवार को दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में तृणमूल के एक कार्यकर्ता सम्मलेन में आराबुल इसलाम को पार्टी में वापस लेने की घोषणा कोलकाता नगर निगम के मेयर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2016 1:50 AM
कोलकाता: विधानसभा चुनाव के पहले तृणमूल के भांगड़ इलाके के नेता आराबुल इसलाम को फिर से पार्टी में शामिल करने का फैसला तृणमूल कांग्रेस ने किया है. बुधवार को दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में तृणमूल के एक कार्यकर्ता सम्मलेन में आराबुल इसलाम को पार्टी में वापस लेने की घोषणा कोलकाता नगर निगम के मेयर तथा पार्टी के जिला पर्यवेक्षक शोभन चट्टोपाध्याय ने की. 13 महीने तक निलंबित रहने के बाद सभा में ही शोभन चट्टोपाध्याय ने आराबुल इसलाम को मंच पर बुलाकर निलंबन वापस लेने की घोषणा की.
तृणमूल सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री तथा पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी के निर्देश पर ही बुधवार को यह फैसला लिया गया. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, विधानसभा चुनाव के पहले आराबुल गुट के प्रभाव को काम में लगाने के लिए उसे पार्टी में वापस लाया गया है. तृणमूल द्वारा आराबुल इसलाम के निलंबन को वापस लेने के संंबध में माकपा नेता सूजन चक्रवर्ती ने कहा कि ऐसा ही होना था. तृणमूल चुनाव के पहले बाहुबलियों को एकजुट कर रही है.

उल्लेखनीय है कि 28 अक्तूबर, 2014 को भांगड़ के बाहुबली नेता आराबुल इसलाम को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था. आराबुल पर कभी कॉलेज की शिक्षिका पर हमला करने का आरोप लगा तो कभी रंगदारी न मिलने पर हंगामा करने का. 2014 के आखिर में भांगड़ में तृणमूल की गुटबाजी के तहत तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या के मामले में भी आराबुल का नाम आया. पार्टी के भीतर आराबुल को लेकर असमंजस की स्थिति थी. इसके बाद ही तृणमूल ने उसे निलंबित करने का फैसला किया. छह वर्ष के लिए उसे पार्टी से निलंबित किया गया था. पार्टी से बहिष्कृत होेने के बाद ही गत वर्ष 26 अप्रैल को उसे रंगदारी के एक मामले में राजारहाट इलाके से गिरफ्तार किया गया. उसके खिलाफ कई गैरजमानती मामले भी शुरू किये गये. गत 12 मई को आराबुल को जमानत मिली थी.

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