खुलासा: रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगी, रंगे हाथ चार गिरफ्तार
कोलकाता. रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ठगनेवाले गिरोह के चार सदस्यों को शनिवार को दक्षिण पूर्व रेलवे की एंटी फ्रॉड स्क्वाड, पूर्व रेलवे की विजिलेंस, सियालदह आरपीएफ और सीआइबी ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों का नाम शुभेंदु राउत, चंद्रमणि पाल, मानस चंद्र नायक एवं कांहुचरण राउत […]
कोलकाता. रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ठगनेवाले गिरोह के चार सदस्यों को शनिवार को दक्षिण पूर्व रेलवे की एंटी फ्रॉड स्क्वाड, पूर्व रेलवे की विजिलेंस, सियालदह आरपीएफ और सीआइबी ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों का नाम शुभेंदु राउत, चंद्रमणि पाल, मानस चंद्र नायक एवं कांहुचरण राउत हैं. उनके पास से लैपटॉप समेत बड़ी संख्या में रेलवे भर्ती बोर्ड, कोलकाता के फरजी नियुक्ति पत्र, सात मोबाइल फोन, शैक्षिक प्रमाणपत्रों की फोटोकॉपी, 50 हजार नकद, भरती फार्म, विभिन्न मोबाइल कंपनियों के सिम कार्ड, मोहर, लिफाफे, हार्ड डिस्क, एक टैब समेत कई दस्तावेज बरामद किये गये हैं.
क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच के इंस्पेक्टर रजत रंजन के नेतृत्व में चलाये गये अभियान में सियालदह आरपीएफ बूथ पोस्ट इंस्पेक्टर एसपी गुप्ता, दपूरे एंटी फ्रॉड स्क्वाड और पूर्व रेलवे के चीफ विजिलेंस के अधिकारी शामिल थे. इंस्पेक्टर रजत रंजन ने बताया कि इस गिरोह के दो सदस्य शुभेंदु राउत एवं चंद्रमणि पाल ने कंप्यूटर एप्लीकेशन से बीटेक की डिग्री हासिल की है. आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि उनके गिरोह का मास्टर माइंड कमलेश नाम का व्यक्ति है, जो ओड़िशा के भुवनेश्वर में रहता है.
आरपीएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गिरोह ने पिछले दिनों अांध्रप्रदेश निवासी कृष्णा राव को छह लाख रुपये लेकर रेलवे में नौकरी दिलाने का वादा किया था. इस दौरान कृष्णा को संदेह हुआ और उसने दक्षिण पूर्व रेलवे की एंटी फ्रॉड स्क्वाड,पूर्व रेलवे की विजिलेंस, सियालदह आरपीएफ और सीआइबी के अधिकारियों को जानकरी दी. इस पर उन्हें रंगे हाथों पकड़ने का प्लान बनाया गया. शनिवार को इसी के तहत उन्हें रात सात बजे सियालदह स्टेशन के आरक्षण काउंटर के पास बुलाया गया. आरोपी ज्योंहि सियालदह स्टेशन पहुंचे, पहले से सादी पोशाक में तैनात दक्षिण पूर्व रेलवे की एंटी फ्रॉड स्क्वायड, पूर्व रेलवे की विजिलेंस, सियालदह आरपीएफ और सीआइबी के अधिकारियों ने उन्हें दबोच लिया.