सीएम ने माकपा पर लगाया बदमाशी करने का आरोप, कहा पुराने राशन कार्ड से भी मिलेगा राशन

कोलकाता. जिन लोगों को अभी तक डिजिटल राशन कार्ड नहीं मिला है, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नया राशन कार्ड नहीं मिलने तक उन लोगों को पुराने राशन कार्ड से ही राशन दिये जाने का आश्वासन दिया है. डिजीटल राशन कार्ड में गलतियों की भरमार की शिकायतों पर मचे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2016 1:32 AM
कोलकाता. जिन लोगों को अभी तक डिजिटल राशन कार्ड नहीं मिला है, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नया राशन कार्ड नहीं मिलने तक उन लोगों को पुराने राशन कार्ड से ही राशन दिये जाने का आश्वासन दिया है. डिजीटल राशन कार्ड में गलतियों की भरमार की शिकायतों पर मचे हंगामे के बीच मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक से रिपोर्ट तलब की थी.

खाद्य मंत्री सोमवार को रिपोर्ट लेकर मुख्यमंत्री के दफ्तर पहुंचे. खाद्य मंत्री के साथ बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों को अभी तक नया राशन कार्ड नहीं मिला है, उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है. पुराने राशन कार्ड को जमा करने के बाद उन्हें, जो कागज मिला है, उस कागज को दिखा कर भी वे राशन उठा सकते हैं. इसके साथ ही सरकार ने नया राशन कार्ड नहीं मिलने तक पुराने राशन कार्ड से ही राशन देने का फैसला किया है.

यह एपीएल व बीपीएल दोनों पर लागू होगा. सुश्री बनर्जी ने दावा किया कि डिजीटल राशन कार्ड में जो भी गलतियां हुई हैं, उन्हें छह से सात दिनों के अंदर ठीक कर लिया जायेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि राशन कार्ड के मुद्दे पर कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं, वहीं माकपा संचालित कुछ पंचायत समितियां भी लोगों के साथ बदमाशी कर रही हैं.

स्वास्थ्य व्यवस्था का लिया जायजा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य एवं कोलकाता, विधाननगर व हावड़ा नगर निगम के मेयर के साथ एक बैठक की. बैठक में कोलकाता नगर निगम के मेयर शोभन चटर्जी, हावड़ा नगर निगम के मेयर रथीन चक्रवर्ती एवं विधाननगर नगर निगम के मेयर सब्यसाची दत्ता उपस्थित थे. बैठक में महानगर एवं इसके संलग्न इलाकों, हावड़ा व सॉल्टलेक के स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लिया गया. गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास ही है. मुख्यमंत्री ने इस बैठक के माध्यम से यह जानकारी मांगी कि कोलकाता, हावड़ा व विधाननगर में जो स्वास्थ्य परियोजनाएं चलायी जा रही हैं, वह किस स्थिति में हैं.

Next Article

Exit mobile version