एक सभा के दौरान राज्य के मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा, तृणमूल समर्थकों पर हमला करनेवालों की हड्डी तोड़ देंगे
काेलकाता. आगामी विधानसभा के मद्देनजर राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है. अब सत्तारूढ़ पार्टी व विरोधी पार्टियों के नेता एक-दूसरे के खिलाफ तीखे बयान कसना शुरू कर दिये हैं. महानगर में आयोजित एक सभा के दौरान राज्य के पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि अब चुनाव आ रहा है, […]
काेलकाता. आगामी विधानसभा के मद्देनजर राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है. अब सत्तारूढ़ पार्टी व विरोधी पार्टियों के नेता एक-दूसरे के खिलाफ तीखे बयान कसना शुरू कर दिये हैं. महानगर में आयोजित एक सभा के दौरान राज्य के पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि अब चुनाव आ रहा है, अगर इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों पर माकपा या विरोधी पार्टी के समर्थक हमला करते हैं तो उनको बख्शा नहीं जायेगा.
मार-मार कर उनकी हड्डी भी तोड़ दी जायेगी. विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने से पहले मंत्री के इस बयान ने नया विवाद पैदा कर दिया है. मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि वह आतंक या गुंडाराज का कभी समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन अगर माकपा कर्मी अगर तृणमूल समर्थकों प्रताड़ित करते हैं या उन पर हमला करते हैं तो तृणमूल समर्थक भी चुप होकर नहीं बैठेंगे और माकपा समर्थकों की हड्डी तोड़ दी जायेगी. उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि हमारे समर्थक बार-बार मार खायें. राजनीति कोई धर्म की चर्चा नहीं है. अगर हमारे समर्थकों पर हमला होता है और हम चुप रहते हैं तो समर्थकों का आत्म विश्वास कम होगा.
गौरतलब है कि इससे पहले वीरभूम के नेता अनुव्रत मंडल, खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, सांसद तापस पाल, सीएम के भतीजे व सांसद अभिषेक बनर्जी व सांसद इदरीश अली ने इस प्रकार के भड़काऊ बयान दिये हैं. अब इस सूची में तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी का नाम भी जुट गया है.
वहीं, मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने भाजपा की महिला मोरचा की अध्यक्ष रूपा गांगुली को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनके अंदर दम है तो वह बालीगंज से उनके खिलाफ चुनाव में खड़े होकर दिखायें, जमानत जब्त हो जायेगी.