मालदा. जिले के हबीबपुर थाना अंतर्गत बुलबुलचंडी ग्राम पंचायत के लट्टाडांगा गांव में डायन होने के आरोप में एक वृद्ध आदिवासी महिला के साथ मारपीट कर उसकी हत्या करने की कोशिश का मामला सामने आया है. घायल महिला मिरीता बास्के (55) को स्थानीय लोगों ने मालदा मेडिकल कॉलेज में भरती कराया है. इस घटना में वृद्धा के ही एक रिश्तेदार मंजू टुडू के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
पुलिस ने बताया कि वृद्धा के सिर पर उसके घर में ही किसी भारी वस्तु से वार किया गया. वृद्धा के चिल्लाने पर स्थानीय कुछ लोगों को आता देख आरोपी फरार हो गया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लट्टाडांगा गांव निवासी सनत सोरेन (50) एवं उसका पुत्र अरुण सोरेन पेशे से मजदूर हैं एवं वर्तमान में दिल्ली में काम कर रहे हैं. घर पर वृद्धा मिरीता बास्के अकेले ही रहती हैं. उनकी दोनों बेटियों (तालामयी व कनिका) की शादी पास के ही एक गांव में हो चुकी है. अपनी दो बीघा जमीन से ही वृद्धा का गुजर-बसर होता है. इधर वृद्धा का ही एक दूर का रिश्तेदार मंजू टुडू निकट के ही एक गांव में रहता है. मंजू पर आरोप है कि वह वृद्धा को डायन घोषित करना चाहता है. शनिवार की सुबह उसने वृद्धा के घर आकर उसकी हत्या करने की कोशिश भी की.मेडिकल कॉलेज में भर्ती मिरीता ने बताया कि मंजू उसे डायन मानता है.
मंजू के घर में किसी के बीमार होने पर वह मिरीता पर ही संदेह करता है. शनिवार की सुबह मंजू ने घर आकर मेरे साथ मारपीट की. मारपीट करने के बाद उसने ईंट से मेरे सिर पर हमला किया. इलाकावासियों के आने पर मंजू भाग खड़ा हुआ, वरना आज वो मारी जाती. वृद्ध महिला ने बताया कि मंजू की नजर उसकी दो बीघा पांच कट्ठा जमीन पर है. इसी जमीन को कब्जा करने के इरादे से उसने हत्या की कोशिश की.
इधर वृद्ध महिला की डायन होने के संदेह में हत्या करने की कोशिश करने की घटना का तीव्र प्रतिवाद वाम विधायक खगेन मुर्मू ने किया है. उन्होंने बताया कि घटना काफी चिंताजनक है. हबीबपुर के कुछ आदिवासी बहुल क्षेत्रों में डायन जैसा अंधविश्वास अब भी फैला हुआ है. पंचायत व प्रशासन को इस विषय पर विशेष जोर के साथ प्रचार-प्रसार करना चाहिए. जिला पुलिस अधीक्षक प्रसून बनर्जी ने बताया कि घायल वृद्धा की जवाबदेही पुलिस ने ली है. आरोपी फरार है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है.