महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक ने की मांग, आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया जाये

कोलकाता. महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) एसएम मुशरिफ ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. श्री मशरिफ ने यह भी सनसनीखेज इलजाम लगाया है कि देश के इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) ने भगवा संगठन आरएसएस से हाथ मिला रखा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2016 1:53 AM
कोलकाता. महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) एसएम मुशरिफ ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. श्री मशरिफ ने यह भी सनसनीखेज इलजाम लगाया है कि देश के इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) ने भगवा संगठन आरएसएस से हाथ मिला रखा है.

अपनी किताब आरएसएस-कंट्रीज ग्रेटेस्ट टेरर ऑर्गनाइजेशन के बांग्ला संस्करण के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व आइजी ने कहा कि जेएनयू विवाद असल में आरएसएस का भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की उसकी योजना काे साकार करने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि देश के सबसे ताकतवर संगठन आइबी आैर आरएसएस का रिश्ता काफी पुराना है.

श्री मशरिफ ने इलजाम लगाया कि महाराष्ट्र के पूर्व एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे की हत्या आरएसएस आैर उसके सहयोगी संगठनों ने की है, क्योंकि हेमंत करकरे देश में हो रही आतंकवादी घटनाआें में हिंदू कट्टरपंथियों की संलिप्ता की जांच कर रहे थे.

गौरतलब है कि 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले में हेमंत करकरे की मौत हुई थी. श्री मशरिफ ने बताया कि अारएसएस की तरह अन्य कोई संगठन आरडीएक्स का इस्तेमाल नहीं करती है. अब तक आरएसएस एवं उसके सहयोगी संगठनों अभिनव भारत व बजरंग दल के खिलाफ आतंकी मामलों में 18 चार्जशीट दायर हो चुके हैं. इसलिए देश के नंबर वन आतंकवादी संगठन पर फौरन प्रतिबंध लगायी जाये. जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय घटना की निंदा करते हुए श्री मशरिफ ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि पूरा देश उग्रवाद के खिलाफ उठ खड़ा हो.

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