वोट का नहीं, नोट का होगा जोट
कटाक्ष : कांग्रेस व माकपा के गंठबंधन पर बोले मदन मित्रा कोलकाता : राज्य में चुनाव के पहले वोट का नहीं, नोट का जोट होने वाला है. इस जोट के उम्मीदवार इसी नीति से कार्य करेंगे. राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले माकपा व कांग्रेस के बीच हो रहे गंठबंधन पर बुधवार को […]

कटाक्ष : कांग्रेस व माकपा के गंठबंधन पर बोले मदन मित्रा
कोलकाता : राज्य में चुनाव के पहले वोट का नहीं, नोट का जोट होने वाला है. इस जोट के उम्मीदवार इसी नीति से कार्य करेंगे. राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले माकपा व कांग्रेस के बीच हो रहे गंठबंधन पर बुधवार को राज्य के पूर्व परिवहन व खेल मंत्री मदन मित्रा ने यह कटाक्ष किया.
बुधवार को अलीपुर कोर्ट में पेशी के दौरान किये गये सवाल का वह जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा : अब तक वोट के लिए गंठबंधन होता आया था, लेकिन इस बार राज्य में वोट के नाम पर नोट के लिए गंठबंधन देखा जायेगा. मदन ने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सत्ता में आने के पहले पूर्व मुख्यमंत्री बिधान चंद्र राय का रिकार्ड तोड़ा था.
उनका दावा है कि अब राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जीत के रिकार्ड को आगामी एक सौ वर्षों तक कोई नहीं तोड़ पायेगा. इस बार चुनाव में ममता बनर्जी फिर से 225 सीट से ज्यादा सीट पर जीत हासिल कर सरकार बनायेगी. इस बार चुनाव लड़ने को लेकर उनके फैसले पर पूछने पर मदन मित्रा ने फिर साफ कर दिया कि दीदी अगर चाहेगी तो ही वे इस बार चुनाव लड़ेंगे. इसके कारण सब उनकी नेत्री पर ही निर्भर है.
बुधवार को सारधा रियल्टी मामले में उनकी जेल हिरासत की समय सीमा खत्म होने पर उन्हें अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया था, जहां सुनवाई के दौरान अदालत ने नौ मार्च तक उनकी जेल हिरासत की सीमा बढ़ा दी. अदालत में उनकी अगली पेशी नौ मार्च को होगी.
मदन कर रहे चापलूसी : ओमप्रकाश
कोलकाता : प्रदेश कांग्रेस के महासचिव ओमप्रकाश मिश्रा ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में टिकट पाने की लालसा में मदन मित्रा, ममता बनर्जी की चापलूसी कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि मदन मित्रा ने कहा है कि ममता बनर्जी ने विधान चंद्र राय का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जिस तरह से सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड नहीं तोड़ा जा सकता.
उसी तरह ममता बनर्जी का रिकॉर्ड नहीं तोड़ा जा सकता. इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि मदन मित्रा सारधा घोटाले में जेल में बंद है.
गरीबों के पैसों को गबन करने के इलजाम में वह जेल में बंद है. अब वह विधानसभा चुनाव में टिकट पाने की आस में मुख्यमंत्री की चापलूसी कर रहे हैं. वह ममता बनर्जी की तुलना महात्मा गांधी और विधान चंद्र राय के साथ कर रहे हैं. मदन मित्रा भ्रमित लग रहे हैं.