कांग्रेस से प्रस्तावित वाम मोरचा गंठबंधन पर आरएसपी के तेवर तल्ख, समझौते की घोषणा से पहले प्रचार गलत

कोलकाता: प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से संभावित समझौते के मसले पर वाममोरचा में शामिल घटक दलों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इस मसले को लेकर वाममोरचा का घटक दल आरएसपी ने अपने तेवर तल्ख कर लिये हैं. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस से संभावित तालमेल व समझौता के मसले को लेकर बनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 2, 2016 1:50 AM
कोलकाता: प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से संभावित समझौते के मसले पर वाममोरचा में शामिल घटक दलों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इस मसले को लेकर वाममोरचा का घटक दल आरएसपी ने अपने तेवर तल्ख कर लिये हैं.
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस से संभावित तालमेल व समझौता के मसले को लेकर बनी असमंजस की स्थिति को लेकर आरएसपी के आला नेता क्षिति गोस्वामी के नेतृत्व में आरएसपी नेताओं का एक प्रतिनिधि दल राज्य में वाममोरचा के चेयरमैन विमान बसु से मिला.
सूत्रों के मुताबिक आरएसपी की ओर से कहा गया कि प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में वाममोरचा और कांग्रेस से संभावित चुनावी तालमेल को लेकर काफी प्रचार हो रहा है लेकिन अभी तक यह मसला पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया है. वाममोरचा में शामिल घटक दलों के साथ किसी भी प्रकार की चर्चा नहीं की जा रही है. लगातार प्रचार के बावजूद वाममोरचा के साथ किसी भी तालमेल को लेकर कांग्रेस हाईकमान की ओर से अभी तक कोई निर्देश नहीं दिया गया है. ऐसे में कांग्रेस से संभावित समझौते को लेकर प्रचार करना अनुचित है. सूत्रों के अनुसार आरएसपी नेताओं की ओर से यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि वाममोरचा और कांग्रेस के बीच आधिकारिक तौर पर किसी भी प्रकार का तालमेल या समझौता की घोषणा नहीं हुई है, इसके बावजूद कई जगहों पर निचले स्तर पर माकपा और कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक ही मंच व कार्यक्रम में देखा जा रहा है.

सूत्रों के अनुसार आरएसपी ने इस मसले को गंभीरता से लेेते हुए साफ कर दिया है कि जल्द उपरोक्त मसले पर ध्यान नहीं दिया गया तो प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में वाममोरचा खेमे की ओर से आरएसपी चुनाव के मैदान में नही‍ं भी शामिल हो सकता है.

हालांकि इस मुद्दे पर आरएसपी और माकपा नेताओं ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है. ध्यान रहे कि विगत शनिवार को एसयूसीआइ द्वारा होनेवाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी किये जाने के बाद चुनाव में वाममोरचा खेमे के बाहर वामपंथी दलों की एकजुटता को थोड़ा झटका जरूर लगा. इसके बाद आरएसपी के तीखे तेवर ने वाममोरचा की मुश्किलें बढ़ा दी है.

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