विधानसभा चुनाव : होली पर रहेगी चुनाव आयोग की विशेष नजर
कोलकाता : राज्य विधानसभा चुनाव की घोषणा होती है शुक्रवार से ही राज्य भर में चुनावी आचार संहिता लागू हो गयी. यानी अब कोई भी चुनाव प्रचार उम्मीदवार के निर्धारित खर्च में ही जायेगा. मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ नसीम जैदी ने स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि चुनावी आचार संहिता […]
राज्य के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील गुप्ता ने भी यह साफ किया है कि चुनावी आचार संहिता का पालन नियमानुसार किया जायेगा. चुनाव आयोग सूत्रों के मुताबिक आगामी 23 मार्च को होली व उसके बाद होने वाले होली मिलनोत्सव कार्यक्रमों पर आयोग की कड़ी नजर रहने वाली है. उल्लेखनीय है कि होली व होली मिलनोत्सव कार्यक्रमों को कई बार राजनीतिक रंग दे दिया जाता है. यदि होली चुनाव के मौके पर होती है तो राजनीतिक दल इसे प्रचार का हथियार बना लेते हैं.
होली मिलनोत्सव कार्यक्रम में सामाजिक मेल मिलाप के बहाने अपना वोट बैंक पक्का किया जाता है. आयोग के सूत्रों के अनुसार ऐसे आयोजनों पर खासतौर पर नजर रहेगी. यह देखा जायेगा कि इन मिलनोत्सव का आयोजन कौन कर रहा है. साथ ही इसपर भी नजर दी जायेगी कि इन उत्सवों को राजनीतिक प्रचार के तौर पर तो इस्तेमाल नहीं किया जा रहा.
यदि ऐसा किया गया तो इसका खर्च उम्मीदवाप के प्रचार के खर्च में ही जोड़ लिया जायेगा. ऐसा भी हो सकता है कि इन मिलनोत्सवों को अन्य नेता के नाम से आयोजित किया जा रहा है जो चुनाव नहीं लड़ रहा है. ऐसी स्थिति में यह देखा जायेगा कि वहां पहुंचने वाले नेता कहीं चुनाव लड़ रहे हैं या नहीं और उस कार्यक्रम के जरिये प्रचार अभियान तो नहीं चलाया जा रहा. यदि ऐसा हुआ तो खर्च चुनाव लड़ने वाले उक्त नेता के प्रचार खर्च में जोड़ा जा सकता है.