अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी तृणमूल : ममता
कोलकाता. विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने घोषणा की कि पश्चिम बंगाल में अगले महीने होने वाला विधानसभा चुनाव तृणमूल कांग्रेस लड़ेगी. केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा बंगाल में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के तुरंत बाद तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी. […]
उम्मीदवारों की सूची जारी करने के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस बिना किसी पार्टी के साथ गंठबंधन किये अकेले चुनाव लड़ेगी. हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने 2011 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिल कर लड़ा था. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का गंठबंधन यहां की जनता के साथ हुआ है और पिछले चार वर्षों में राज्य सरकार ने जो कार्य किया है, उसके दम पर वह फिर से सत्ता में आयेगी.
माकपा व कांग्रेस के बीच प्रस्तावित गंठबंधन पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र में वर्षों शासन करने के बाद देश को आर्थिक रूप से पीछे करनेवाली कांग्रेस व बंगाल में 34 वर्षों तक शासन कर इसे बर्बाद करनेवाली माकपा एक साथ मिल कर चुनाव लड़ेंगे. यह गंठबंधन राज्य की जनता के साथ धोखा है, जिसका जवाब यहां की जनता उनको आगामी चुनाव में देगी. यह कैसी राजनीति, बंगाल में माकपा व कांग्रेस साथ-साथ और केरल में माकपा व कांग्रेस आमने-सामने चुनाव लड़ेगी. यह दोहरी नीति दर्शाती है कि इनकी कोई नीति या आदर्श नहीं है.
उन्होंने कहा कि वह केरल जाना चाहती हैं और वहां के लोगों के सामने कांग्रेस व माकपा का सही चेहरा दिखाना चाहती हैं. छह चरणों में होने वाले चुनाव के बारे में ममता ने कहा कि राज्य में स्थिति शांतिपूर्ण है और कोई सांप्रदायिक तनाव नहीं है, लेकिन विरोधी पार्टियां राज्य को बदनाम करने में जुटी हुई हैं. उन्होंने कहा कि छह चरणों में चुनाव कराने के चुनाव आयोग के निर्णय का हम स्वागत करते हैं. हम चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल राज्य की अलग तसवीर पेश करने का ‘षड़यंत्र’ रच रहे हैं.