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कृमि कांड: कलकत्ता हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर, सरकार का जांच आयोग गठन से इनकार
कोलकाता. बुधवार को हल्दिया व दक्षिण 24 परगना के कई सरकारी विद्यालयों में कृमि की दवा खाने के कारण 500 से अधिक बच्चों के बीमार होने की घटना में जांच आयोग गठन करने से सरकार ने इनकार कर दिया है. इस संबंध में राज्य के मुख्य स्वास्थ्य सचिव डॉ. विश्वरंजन सत्पथी ने बताया कि इस […]
कोलकाता. बुधवार को हल्दिया व दक्षिण 24 परगना के कई सरकारी विद्यालयों में कृमि की दवा खाने के कारण 500 से अधिक बच्चों के बीमार होने की घटना में जांच आयोग गठन करने से सरकार ने इनकार कर दिया है.
इस संबंध में राज्य के मुख्य स्वास्थ्य सचिव डॉ. विश्वरंजन सत्पथी ने बताया कि इस घटना के बाद चार ब्लॉकों के सीएमओएच के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने अस्पतालों का दौरा किया था. इस घटना में किसी भी बच्चे की मौत का समाचार नहीं है. उन्होंने कहा कि कृमि की दवा का दुष्प्रभाव इतना अधिक नहीं होता है कि किसी की मृत्यु हो जाए. परंतु इस घटना में लापरवाही के लिए आंतरिक स्तर पर जांच हाेगी लेकिन उन्होंने सरकारी स्तर पर किसी भी जांच आयोग के गठन से इनकार किया है.
तीन जनहित याचिकाएं दायर
कृमि की दवा से बच्चों के बीमार होने की घटना पर गुरुवार को हाइकोर्ट में तीन अलग-अलग जनहित याचिका दायर की गयी है. गुरुवार को हाइकोर्ट खुलने के बाद हाइकोर्ट के वकील अबू सोहेल ने मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लुर का ध्यानाकर्षण किया और उसके बाद मुख्य न्यायाधीश ने याचिका दायर करने की अनुमति दे दी. इसके बाद हाइकोर्ट के दो और वकील अनिंद्य सुंदर दास व अनिरुद्ध सरकार ने इस मामले में अलग-अलग याचिका दायर की.
इन तीनों मामलों की सुनवाई शुक्रवार को हो सकती है. इस जनहित याचिका में पूरी घटना की निष्पक्ष जांच करा कर दोषियों को सजा देने की मांग की गयी है. गौरतलब है कि बुधवार को पूर्व मेदिनीपुर व दक्षिण 24 परगना जिले के विभिन्न स्कूलों में बच्चों को कृमि की दवा खिलायी गयी थी और दवा खाने के बाद दोनों जिले के लगभग 500 बच्चे बीमार हो गये थे.
हावड़ा : कृमि की दवा खाकर सैकड़ों बीमार
हावड़ा. जिले के कई प्राथमिक स्कूलों के छात्र-छात्राएं कृमि की दवाई खाकर बीमार हो गये हैं. इन सभी बच्चों को अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में दाखिल कराया गया है. हालांकि इनकी हालत खतरे से बाहर बतायी गयी है लेकिन बच्चों की तबियत बिगड़ते देख गुरुवार अभिभावकों का गुस्सा फूट पड़ा. कई स्कूलों के सामने अभिभावकों ने प्रदर्शन भी किया. गुरुवार सुबह उलबेड़िया, श्यामपुर, बागनान, संकराइल में कई प्राथमिक स्कूलों के सामने अभिभावकों की भीड़ देखी गयी. कुछ स्कूलों में शिक्षक-शिक्षकाओं को बंदी बना कर रखा गया. मौके पर पुलिस के पहुंचने के बाद ही सभी शिक्षक रिहा हुए. अभिभावकों के मुताबिक इनके बच्चों को बुधवार कृमि की दवाई स्कूल में खिलायी गयी थी. दवाई खाते ही बच्चों को उल्टी की शिकायत होने लगी. दूसरी तरफ स्वास्थ्य कर्मियों को भी अभिभावकों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. खबर लिखे जाने तक उलबेड़िया महकमा अस्पताल, बागनान ग्रामीण अस्पताल में अभी भी कई बच्चे दाखिल है लेकिन उनकी हालत खतरे से बाहर है.
हुगली : आठ छात्राएं दवा खाकर पड़े बीमार
हुगली. रिसड़ा के मोरपुकुर इलाके के सेवालिनी देवी उच्च बालिका विद्यालय के छात्रों को आज कृमि की दवा दी गयी थी. इस दवा को खाकर आठ छात्राएं बीमार पड़ गयी. यह खबर पाकर अभिभावक स्कूल में पहुंचे और भारी हंगामा किया. खबर पाकर वहा रिसड़ा नगर पालिका के चेयरमैन शंकर प्रसाद साव पहुंचे. यह जानकारी रिसड़ा के चेयरमैन इन काउंसिल विजय सागर मिश्रा ने दी. उन्होंने बताया कि चेयरमैन ने प्रयास कर मामले को सलटाने की कोशिश किया. इतने में रिसड़ा थाने के प्रभारी प्रशांत चटर्जी भी पुलिस बल को लेकर पहुंच गए और अपनी ओर से मामले को समझा बुझा कर शांत करवाया.
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