इस मामले में दो बदमाशों राज कुमार माइति (36) व प्रीतम चक्रवर्ती (26) को गिरफ्तार किया गया है. दोनों दक्षिण कोलकाता के हरिदेवपुर व रिजेंट पार्क के रहनेवाले हैं. इस गिरोह की मुखिया एक शातिर महिला है, जो फिलहाल पुलिस की पकड़ के बाहर है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
जांच में पुलिस को पता चला कि लोगों का वोटर आइडी कार्ड, पैनकार्ड व आधार कार्ड हासिल कर यह गिरोह उस कागजात में कारगुजारी कर उसी व्यक्ति के नाम पर बैंकों में फरजी अकाउंट खोलते हैं. इसके बाद उसी कागजात के जरिये फाइनेंस कंपनियों से कीमती इलेक्ट्रॉनिक सामान इंस्टॉलमेंट में खरीद कर फरार हो जाते हैं. उधर रुपये बैंक में जमा नहीं होने पर कंपनी के लोग जब रुपये वसूलने असली व्यक्ति के घर जाते हैं, तब इसका खुलासा होता है. इस गिरोह ने अब तक ऐसे कितने लोगों के साथ ठगी की है, दोनों से पूछताछ कर इसका पता लगाया जा रहा है. पुलिस का अनुमान है कि गिरोह अब तक कई लोगों को शिकार बना चुका है.