इसके कारण लालबाजार के एआरएस की टीम को मैदान इलाके में ग्राहक के वेश में भेजा गया. इस दौरान आठ युवकों को पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया. गिरफ्तार युवक ग्राहकों से 500 के टिकट डेढ़ से दो हजार रुपये में, एक हजार के टिकट पांच से छह हजार रुपये में और मेंबर टिकटें दो से तीन हजार रुपये में बेच रहे थे. उनके पास से इतनी संख्या में टिकटें कहां से आयीं, इस बारे में उनसे पूछताछ की जा रही है. किन मेंबरों से उन्होंने टिकट हासिल किये, यह भी पूछा जा रहा है.
ठगे गये एक युवक आदित्य शर्मा ने बताया कि वह टिकट लेने अलीपुर से इडेन पहुंचा था. काउंटर में उसे टिकट नहीं मिला, जिसके बाद वह घर लौट रहा था. इसी बीच मैदान में कुछ लोग नजर आये. कुछ महिलाओं ने उससे संपर्क किया और कहा कि वह ऑनलाइन टिकटें बुक करवा देगी, लेकिन 500 रुपये के टिकट के 800 रुपये लगेंगे. इसके लिए एडवांस के तौर पर 500 से 700 रुपये देना होगा. वह एक युवक के पास ले गयी, जो लैपटॉप लेकर बैठा था.
उसने आदित्य से उसका नाम व पता पूछा और उसके सामने ऑनलाइन टिकट बुक करवाने का वादा किया. उसने कहा कि वह टिकटों के रुपये का एक हिस्सा एडवांस के रूप में दे. उसने 500 रुपये उसे एडवांस दे दिये. बाकी रुपये लेकर दूसरे दिन वहां टिकट लेने आया तो वह व्यक्ति वहां मौजूद नहीं था. पूरे मैदान में चारों तरफ ढूंढने पर इस तरह अन्य ऑनलाइन टिकट बुक करनेवाले वहां दूसरे ग्राहकों को इसी तरह से बेवकूफ बना कर उनसे भी एडवांस के तौर पर रुपये ले रहे थे. हैरानी की बात तो यह है कि भरोसा रखने के लिए वह एक वोटर कार्ड का जिरॉक्स भी उसे दे रहे थे. टिकट नहीं मिलने पर उन पर मुकदमा करने की बात कह रहे थे. इसी भरोसे के तहत वह कई लोगों को बेवकूफ बनाकर टिकटों के नाम पर उनसे रुपये ठग रहे थे. उसकी तरह से कई लोग इस तरह से ठगी का धंधा चला रहे है.