बंगाल में राजनीति में फिर स्टिंग कांड की धमक, भाजपा ने कहा, तृणमूल का षड़यंत्र

।।अजय विद्यार्थी।। कोलकाता : प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा को घूस देने के आरोप में स्पेशल ब्रांच के सहायक पुलिस इंस्पेक्टर शुभाशीष रायचौधुरी व कांस्टेबल अमीनुर रहमान को आरोप को निलंबित कर दिया गया. कोलकाता पुलिस ने डीसी सीआइडी अखिलेश चतुर्वेदी को पूरी घटना की विभागीय जांच करने का निर्देश दिया है. दूसरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2016 6:28 PM

।।अजय विद्यार्थी।।

कोलकाता : प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा को घूस देने के आरोप में स्पेशल ब्रांच के सहायक पुलिस इंस्पेक्टर शुभाशीष रायचौधुरी व कांस्टेबल अमीनुर रहमान को आरोप को निलंबित कर दिया गया. कोलकाता पुलिस ने डीसी सीआइडी अखिलेश चतुर्वेदी को पूरी घटना की विभागीय जांच करने का निर्देश दिया है. दूसरी ओर, प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने आरोप लगाया कि इस घूस कांड के पीछे तृणमूल कांग्रेस की षड़यंत्र है. स्टिंग कांड से आरोपों में घिरी तृणमूल उन्हें फंसाने के लिए यह षड़यंत्र रचा. उन्होंने इस पूरे मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की.
श्री सिन्हा ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि सोमवार को दोपहर लगभग साढ़े बारह बजे भाजपा कार्यालय शुभाशीष रायचौधुरी और अमीनुर रहमान पहुंचे. बहुत जरूरी काम है. यह कह कर उनसे मिलना चाहा. जब उनके पास आये, तो शुभाशीष रायचौधुरी ने कहा कि वे कुछ काम दें.
जब वह समझना चाहा, तो उन्होंने कहा कि वह बांग्लादेश गायों की तस्करी में उनकी मदद करें. इसके एवज में वह जितनी रकम मांगेंगे. उन्हें मिलेगी, जब उन्हें इनके मंतव्य का पता चला तो वह क्रोधित हो गये और उन्हें थप्पड़ भी मारा और कार्यालय से बाहर निकाल दिया. उनके कार्यकर्ताओं ने उन्हें पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. जब स्थानीय थाने के ओसी आये तो इन लोगों ने खुलासा किया कि वे लोग एसबी के इंस्पेक्टर और कांस्टेबल हैं.
पहले स्थानीय थाने के ओसी ने मामला रफा-दफा करने की बात कही, लेकिन वह राजी नहीं हुए और उन दोनों के खिलाफ नॉन बेलेवल धारा के तहत मामला दायर करने के लिए कहा और थाना में एफआइआर दायर किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल घूस देने का मामला नहीं है, वरन देशद्रोह का मामला है. उन्होंने कहा कि स्टिंग कांड के बाद तृणमूल उन्हें फंसाना चाहती थी. यह तृणमूल का षड़यंत्र है. इस साजिश के पीछे ममता बनर्जी का हाथ है. उन्होंने मांग की कि ममता बनर्जी इस मामले की जांच सीबीआइ से कराये.
पार्थ चटर्जी, महासचिव, तृणमूल कांग्रेस
जो भी अच्छा काम करती है, सभी विरोधी दल ही करते हैं और खराब काम तृणमूल कांग्रेस करती है. जबकि राज्य की जनता जानती और समझती है कि ममता बनर्जी और उनके नेता राज्य के हित में काम कर रहे हैं

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