चेचक के बाद अब आइ फ्लू का प्रकोप

कोलकाता. अगर आप नींद से उठ रहे हैं और पलकें चिपक जाना, चुभन और खुजली होना, रोशनी सहन न होना, सिद दर्द, आंखाें में बार-बार कीच आना आदि परेशानी हो रही हैं तो सावधान हो जायें. हो सकता है आप आई फ्लू की चपेट में आ चुके हों या आने वाले हों. चेचक के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2016 1:43 AM
कोलकाता. अगर आप नींद से उठ रहे हैं और पलकें चिपक जाना, चुभन और खुजली होना, रोशनी सहन न होना, सिद दर्द, आंखाें में बार-बार कीच आना आदि परेशानी हो रही हैं तो सावधान हो जायें. हो सकता है आप आई फ्लू की चपेट में आ चुके हों या आने वाले हों. चेचक के बाद अब आई फ्लू बीमारी ने अपने पैर पसार लिए हैं. यह बीमारी आंखों को लाल कर देती है और आंखों में चुभन होने लगती है. महानगर के अलावा हावड़ा के कुछ इलाकों में आई फ्लू का प्रकोप बढ़ रहा है. दर्जनों बच्चे व अन्य लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं.
नेत्र विशेषज्ञ डॉ राहुल सरकार ने बताया कि बारिश के बाद आई फ्लू की जो बीमारी फैलती है, उसे डॉक्टरी भाषा में कंजक्टिवाइटिस कहते हैं. इससे आंखे लाल हो जाती हैं. आंखों से चिपचिपे द्रव्य का निकलना शुरू हो जाता है.

इससे आंखों में एलर्जी की आशंका बढ़ जाती है. इसके संपर्क में आनेवाले लोग भी इसका शिकार हो जाते हैं, इसलिए इस रोग को संक्रामक रोग भी कहते हैं. यह रोग बच्चों में तेजी के साथ फैलता है. उन्होंने बताया कि तेज गर्मी या बारिश के मौसम में यह बीमारी अपने पैर पसार लेती है.

गरमी में बीमारियों ने पसारे पांव
कुछ दिनों से तापमान कम होने का नाम नहीं ले रहा है. अधिक गरमी के कारण लोगों की परेशानियां बढ़ गयी हैं. गरमी के कारण अनेक बीमारियां पैदा होने लगी हैं, जिसके चलते सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की संख्या इस दौरान काफी बढ़ी है. कई अस्पतालों में तो मरीजों को बेड तक नहीं मिल रहे हैं. डॉक्टरों की मानें, तो यह गरमी परेशानी पैदा कर सकती है.

अनेक प्रकार की बीमारियों ने पांव पसार दिये हैं. डा‍ॅ राजन गुप्ता ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा है मौसम के हिसाब से लोगाें को खाने का विशेष ध्यान रखना होगा. हरी सब्जियों के साथ पौष्टिक आहारों का प्रयोग करने की जरूरत है. धूप में पैदल चलने या परिश्रम करने के तुरंत बाद पानी न पीयें. थोड़ी देर आराम करने के बाद ही पानी पीयें. बाजार में फास्ट फूड खाने से बचें. ताजा भोजन करने की कोशिश करें. खाने में प्याज का इस्तेमाल अधिक करें. पानी अधिक पीयें. भोजन हल्का करें.

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