कोलकाता : तृणमूल शासनकाल के दौरान पूरे राज्य में अराजकता का माहौल व्याप्त है. लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो रहा है. विपक्षी दलों पर हमले हो रहे हैं. ऐसे में राज्य में फैले अराजकता की स्थिति पर अंकुश के लिये वामपंथी, गणतांत्रिक व धर्मनिरपेक्ष सरकार का गठन जरूरी है.
यही वजह है कि इस बार वाममोरचा की वामपंथी सरकार का गठन नहीं बल्कि वामपंथी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक सरकार गठन का आह्वान किया गया है.
यह बात आल इंडिया फॉरवर्ड ब्लाॅक के महासचिव देवव्रत विश्वास ने कही. वे शनिवार को प्रेस क्लब कोलकाता में विधानसभा चुनाव के मसले पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इस बार वामपंथियों का स्लोगन है ‘तृणमूल हटाओ बंगाल बचाओ और भाजपा हटाओ देश बचाओ’.
चुनाव में वाममोरचा और कांग्रेस के बीच समझौता के तहत सीट बंटवारे को लेकर होने वाली दिक्कतों संबंधी प्रश्न पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कुछ सीटों पर थोड़ी दिक्कतें हुई थीं लेकिन ज्यादातर सीटों पर तालमेल बन गया है. उन्होंने विधानसभा चुनाव में वामपंथी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक उम्मीदवारों के सफल होने की उम्मीद जतायी है.