बंगाल में 7 M के हैं चर्चे

कोलकाता.: वेस्ट बंगाल असेंबली इलेक्शन में पूरी सियासत 7 एम के इर्द-गिर्द घूम रही है. ये सात एम हैं – मां, माटी, मानुष, मोदी, ममता, माकपा (सीपीएम) और मुसलमान. मोदी का फैक्टर पहली बार बंगाल चुनाव में गूंज रहा है. ममता, कांग्रेस, माकपा या आरएसपी किसी की भी रैली हो, चर्चा में मोदी ही रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2016 1:09 AM
कोलकाता.: वेस्ट बंगाल असेंबली इलेक्शन में पूरी सियासत 7 एम के इर्द-गिर्द घूम रही है. ये सात एम हैं – मां, माटी, मानुष, मोदी, ममता, माकपा (सीपीएम) और मुसलमान. मोदी का फैक्टर पहली बार बंगाल चुनाव में गूंज रहा है. ममता, कांग्रेस, माकपा या आरएसपी किसी की भी रैली हो, चर्चा में मोदी ही रहे हैं. हालांकि, ममता की चर्चा उनसे भी ज्यादा है. राहुल गांधी, सीताराम येचुरी या किसी और नेता के बारे में कोई बात नहीं कर रहा.
ऐसे इफेक्ट डाल रहा 7 M…
मां: यानी महाकाली. पूरा बंगाल महाकाली का भक्त है. 57 मुसलिम एमएलए पूजा समितियों से जुड़े हुए हैं. ममता ने पिछले चुनाव में मां, माटी और मानुष का नारा दिया था. एनालिस्ट्स की मानें तो यह बीजेपी की हिन्दुत्ववादी राजनीति की काट के तौर पर सक्सेसफुल हो रहा है.
माटी: यानी मातृभूमि. यहां किसी नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी या अमित शाह का क्या लेना-देना. ये कौन हैं, जो बंगाल के लोगों को बतायेंगे कि आपको क्या करना है. बांकुड़ा के प्रोफेसर सुगत चक्रवर्ती बताते हैं कि बंगाली वोटरों पर अलग तरह की खुमारी चढ़ा दी गयी है. वे अपनी माटी की बात के आगे किसी की कुछ सुनना नहीं चाहते.
मानुष: आम आदमी की हालत को लेकर ममता के प्रति नाराजगी है. लेकिन सड़कों के जाल और बिजली-पानी की सप्लाई से लोग खुश हैं. बंगाली मानुष का नारा ऐसा है, जो हर बंगाली वोटर को रिझाता है.
ममता: ममता तृणमूल के लिए करिश्माई लीडर हैं तो सीपीएम, कांग्रेस और बीजेपी के लिए परेशानी का कारण. आरएसएस के पब्लिशर ‘सृष्टि’ के एडिटर बिजॉय आद्या कहते हैं कि ममता का कोई ऑप्शन नहीं है. माकपा-कांग्रेस की क्रेडिबिलिटी खत्म है.
मोदी: नरेंद्र मोदी ममता के खिलाफ ज्यादा हमलावर हैं. कांग्रेस और लेफ्ट के गठबंधन पर ज्यादा नहीं बोलते. मोदी की कोशिश ममता विरोधी वोटर को अपने पाले में लाना है.
माकपा : माकपा का पिछले विधानसभा चुनाव में वोट प्रतिशत 30.08 था. लेफ्ट फ्रंट का 39.68 प्रतिशत. अगर इसमें कांग्रेस का 9.09 प्रतिशत वोट जोड़ दें तो यह 48.77 पहुंच जाता है. तृणमूल ने 38.39% वोट से सरकार बना ली थी. माकपा का दावा है कि कांग्रेस के साथ आने से उनकी ही सरकार बनेगी.
मुसलमान : बंगाल में 27% आबादी मुसलमानों की है। अमर्त्य सेन ने फरवरी में ही कहा था कि 27.1% आबादी के बावजूद बंगाल में मुसलमान बदहाली की जिंदा तस्वीर हैं.

Next Article

Exit mobile version