कॉलेज छात्र हत्याकांड में 12 दोषी करार

कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले के बामनगाछी इलाके में कॉलेज छात्र सौरभ चौधरी की 2014 में हुई हत्या के मामले में बारासात जिला अदालत ने शुक्रवार को 12 लोगों को दोषी करार दिया. सप्तम अतिरिक्त जिला न्यायाधीश ने मामले की सुनवाई के बाद मुख्य आरोपी श्यामल कर्मकार सहित 12 आरोपियों को दोषी पाया. इनमें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 15, 2016 9:21 PM

कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले के बामनगाछी इलाके में कॉलेज छात्र सौरभ चौधरी की 2014 में हुई हत्या के मामले में बारासात जिला अदालत ने शुक्रवार को 12 लोगों को दोषी करार दिया. सप्तम अतिरिक्त जिला न्यायाधीश ने मामले की सुनवाई के बाद मुख्य आरोपी श्यामल कर्मकार सहित 12 आरोपियों को दोषी पाया. इनमें नौ लोगों के विरुद्ध हत्या, अपहरण और प्रमाण गायब करने का आरोप है, जबकि तीन आरोपियों के विरुद्ध हत्यारों को आश्रय देने का प्रमाण मिला है. अपहरण, तथ्य छिपाने सहित हथियार रखने के मामले में श्यामल कर्मकार को मुख्य आरोपी करार दिया गया है. शनिवार को कोर्ट इन सभी के विरुद्ध सजा सुनायेगी. कोर्ट ने अनूप तालुकदार को बेकसूर करार दिया.

कोर्ट के आदेश की घोषणा के पहले मुख्य आरोपी श्यामल कर्मकार शांत था. बारासात आदालत में शुक्रवार को पेशी के पहले उसने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि फैसला सुनने के बाद वह अपनी प्रतिक्रिया देगा. गौरतलब है कि दो साल पहले पांच जुलाई को शराब तथा जुआ का ठेक बंद कराने के लिए सौरभ ने आवाज उठायी थी. इसके कारण घर से ले जाकर उसे बुरी तरह पीटा गया. हमलावर दत्तपुकुर और बामनगाछी रेलवे स्टेशन के बीच रेल लाइन पर उसके शरीर को रख कर वहां से फरार हो गये. इसके बाद ट्रेन से कट कर शव क्षत-विक्षत हो गया. पुलिस शव के मात्र टूकड़े ही जब्त कर पायी. दत्तपुकुर थाना की पुलिस ने 2014 के सितंबर में चार्जशीट दायर किया.
15 दिनों में न्याय प्रक्रिया आरंभ हो गयी. घटना के बाद से फरार मुख्य आरोपी श्यामल कर्मकार वेष बदल कर तारापीठ में छिपा हुआ था. सौरभ हत्याकांड में पुलिस ने मामले में 15 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. अभी भी मामले में एक फरार है. गिरफ्तार आरोपियों में से एक महिला पोली माईती जमानत पर है. पुलिस ने मामले में उत्तम शिकारी को सरकारी गवाह बनाया है. मामले में 41 लोगों ने गवाही दी है. आरोप है कि मामले की सुनवाई के दौरान वामनगाछी में चौधरी परिवार को लगातार धमकी से जूझना पड़ा है.

Next Article

Exit mobile version