विधानसभा चुनाव : सीएम ने कहा, मैं खुद नारदा की जांच कराऊंगी
विपक्ष पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए सीएम ने कहा मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने रविवार को िवरोधियों पर तीखा हमला बोला. बड़ाबाजार में एक चुनावी सभा में ममता ने आरोप लगाया कि विरोधी उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं. उन्होंने कहा: विरोधी पार्टियों का तो बस यही कहना है कि […]
विपक्ष पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए सीएम ने कहा
मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने रविवार को िवरोधियों पर तीखा हमला बोला. बड़ाबाजार में एक चुनावी सभा में ममता ने आरोप लगाया कि विरोधी उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं. उन्होंने कहा: विरोधी पार्टियों का तो बस यही कहना है कि ममता को गोली मार दो. मुख्यमंत्री कहा िक दोबारा सत्ता में आने पर वह नारदा स्टिंग ऑपरेशन की जांच वह खुद करवायेंगी.
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को बड़ाबाजार के सत्यनारायण पार्क के पास जोड़ासांको की उम्मीदवार स्मिता बक्सी व श्यामपुकुर की प्रत्याशी डाॅ शशि पांजा के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विरोधी पार्टियां उनसे डर गयी हैं.
अब वे उनकी (ममता) हत्या करने की साजिश रच रही हैं. उन्होंने आशंका जतायी की कि यह नहीं कहा जा सकता कि कब वे मुझे गोली मार देंगे. विरोधी पार्टियों का तो बस यही कहना है कि ममता को गोली मार दो. बंगाल में पिछले पांच वर्षों में जो विकास हुआ है, विरोधी पार्टियों को वह नहीं दिख रहा है. उन्हें बस राज्य सरकार को किसी भी तरह बदनाम करना है. सारधा व नारदा को लेकर तृणमूल कांग्रेस को बदनाम किया जा रहा है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अगर वह फिर से सत्ता में आती हैं, तो सारधा चिटफंड घोटाला व नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले की पूरी जांच करायेंगी और इसको अंजाम देनेवाले कौन हैं, इसका चेहरा लोगों के सामने लायेंगी.
उन्होंने दावा करते हुए कि सिर्फ सारधा चिटफंड ही नहीं, बल्कि आइ-कोर, गोल्डेन ट्रस्ट, एमपीएस, संचयिता व अनेक चिटफंड कंपनियों की स्थापना वाम मोरचा के कार्यकाल दौरान हुई और उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी. तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने तो चिटफंड के मालिकों को जेल में डाला है.
वहीं, नारदा मामले में उन्होंने कहा कि इस स्टिंग ऑपरेशन को करने के लिए विदेश से रुपया आया था और इसके पीछे कांग्रेस, भाजपा व माकपा तीनों का हाथ है. अभी चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गयी है, इसलिए वह फिलहाल मामले की जांच नहीं कर पा रही हैं. लेकिन चुनाव के बाद इसकी जांच होगी और परदे के पीछे के दोषियों को सबके सामने लाया जायेगा. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस सरकार द्वारा पिछले पांच वर्षों में किये गये विकास कार्यों का हवाला देते हुए मतदाताओं से पार्टी के उम्मीदवारों को वोट देने की अपील की.
विवेकानंद फ्लाइओवर हादसे के लिए मुख्यमंत्री ने पूर्व की वाम मोरचा सरकार को जिम्मेवार ठहराया है. ममता ने कहा कि फ्लाइओवर बनाने का जिम्मा पहले दूसरी कंपनी को दिया गया था. इसके बाद 17 अक्तूबर 2005 को तत्कालीन शहरी विकास मंत्री अशोक भट्टाचार्य ने इसे केएमडीए के अंतर्गत ले लिया था, जबकि पिछली कंपनी योजना पर 10 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी थी.
उन्होंने कहा कि अपने दोष को छिपाने के लिए वाम मोरचा मौजूदा सरकार को बदनाम कर रही है. उन्होंने वाम मोरचा कार्यकाल के दौरान विभिन्न योजनाओं के लिए दिये जानेवाले ठेका की पद्धति पर भी सवालिया निशान लगाया.
उन्होंने कहा कि रसूलपुर में डीप सी पोर्ट बनाने की योजना बनायी थी और इसके लिए बिना किसी टेंडर के एक निजी कंपनी को तत्कालीन उद्योग व वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव डी मुखर्जी ने एक पत्र लिख कर ठेका दे दिया था. भ्रष्टाचार करनेवाले लोग ही आज हम पर झूठा भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं. राज्य सरकार ने सभी विभागों को ई-गवर्नेंस के अंतर्गत ला दिया है, इसलिए किसी भी योजना का काम सिर्फ ऑनलाइन माध्यम से ही दी जाती है. इसके अलावा वाम मोरचा कार्यकाल के दौरान सेनिटेशन विकास के लिए आया केंद्रीय फंड भी घोटाला हो गया, जिसका कुछ पता नहीं चला. उन्होंने कहा कि इन सब मामलों की जांच होगी, किसी को बख्शा नहीं जायेगा.
अनुब्रत का किया बचाव
कोलकाता : मुख्यमंत्री ने एक बार फिर बीरभूम जिले के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अनुब्रत मंडल का समर्थन करते हुए कहा कि अगर उसे नजरबंद किया गया है, तो विरोधी पार्टी के नेताओं के संबंध में ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा है.
उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा अनुब्रत मंडल को नजरबंद करने के फैसले पर कहा कि सिर्फ अनुब्रत के खिलाफ ही कार्रवाई क्यों. मोहम्मद सलीम, अधीर रंजन चौधरी, विमान बसु, सुजन चक्रवर्ती और बुद्धदेव भट्टाचार्य के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के नेता पांच साल के बाद चुनाव के समय राज्य में आते हैं और बड़ी-बड़ी बातें करके निकल लेते हैं.