पर्यटन स्थलों का विकास बना रामनगर विधानसभा क्षेत्र का चुनावी मुद्दा

हल्दिया : पूर्व मेदिनीपुर का रामनगर विधानसभा क्षेत्र समुद्र से सटा विधानसभा का इलाका है. इस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दीघा, शंकरपुर, मंदारमनि सहित कई समुद्री शहर व इलाके हैं. गर्मी बढ़ने के साथ-साथ इलाके का राजनीतिक पारा भी गरमा गया है. इस विधानसभा इलाके में रामनगर एक और रामनगर दो ब्लॉक में कुल 17 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2016 7:42 AM
हल्दिया : पूर्व मेदिनीपुर का रामनगर विधानसभा क्षेत्र समुद्र से सटा विधानसभा का इलाका है. इस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दीघा, शंकरपुर, मंदारमनि सहित कई समुद्री शहर व इलाके हैं.
गर्मी बढ़ने के साथ-साथ इलाके का राजनीतिक पारा भी गरमा गया है. इस विधानसभा इलाके में रामनगर एक और रामनगर दो ब्लॉक में कुल 17 पंचायत इलाके हैं. इसके साथ ही रामनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दीघा-शंकरपुर विकास परिषद भी आता है. इस विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 238856 है.
इस विधानसभा इलाके को राज्य के पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार ने कई काम किये हैं.
दीघा, शंकरपुर, मंदारमनि, ताजपुर, उदयपुर सहित कई समुद्री इलाके हैं. इस इलाके के लोग समुद्री इलाकों के विकास की मांग कर रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक इस इलाके में आयें और उनकी आय बढ़े. यहां से तृणमूल कांग्रेस ने अखिल गिरि को, माकपा ने तापस सिन्हा को, भाजपा ने तपन कर व भारत निर्माण पार्टी ने प्रबीर कुमार मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है. माकपा व कांग्रेस के बीच बोझा-पोड़ा के मद्देनजर कांग्रेस माकपा के उम्मीदवार को समर्थन कर रही है. इसके पहले श्री सिन्हा ने लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार शिशिर अधिकारी के खिलाफ भी प्रतिद्वंद्विता की थी और उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था.
श्री सिन्हा इस चुनाव में भ्रष्टाचार और विकास को मुद्दा बना कर मतदाताओं के पास जा रहे हैं. इसके साथ ही इलाके में पर्यटन के विकास का भी वह दावा कर रहे हैं. दूसरी ओर, दो बार से विधायक अखिल गिरि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यकाल के दौरान उपलब्धियों व इलाके के विकास को मुद्दा बना रहे हैं तथा विकास के नाम पर आम लोगों से वोट मांग रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version