ममता दीदी ने परिवर्तन के नाम पर जनादेश को दिया धोखा : सोनिया
हुगली : ममता दीदी ने परिवर्तन के नाम पर जनता से झूठ बोल कर सत्ता हासिल की थी. खोखले वादे कर उन्होंने जनता से धोखा किया. विकास के नाम पर केवल दिखावा किया. ममता के चंगुल में बंगाल बुरी तरह फंस गया है. ममता दीदी ने बंगाल में नये उधोग लगाने की बात कही थी, […]
हुगली : ममता दीदी ने परिवर्तन के नाम पर जनता से झूठ बोल कर सत्ता हासिल की थी. खोखले वादे कर उन्होंने जनता से धोखा किया. विकास के नाम पर केवल दिखावा किया. ममता के चंगुल में बंगाल बुरी तरह फंस गया है. ममता दीदी ने बंगाल में नये उधोग लगाने की बात कही थी, लेकिन यहां से उधोग उखड़ कर दूसरे राज्य में जा रहे हैं. बंगाल का सबसे बड़ा जूट उधोग आज बदहाल है. हजारों लोग बेराेजगार हो रहे हैं. चारों तरफ लूट, हत्या, हिंसा, अत्याचार बढ़ा है. दलितों और आदिवासियों की अवाज सुननेवाला कोई नही है.
ये बातें श्रीरामपुर स्टेडियम मैदान में चापदानी के प्रत्याशी अब्दूल मन्नान, श्रीरामपुर के शुभंकर सरकार एवं उत्तरपाड़ा के माकपा प्रत्याशी श्रतिनाथ प्रहराज के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहीं. उन्होंने मोदी और ममता पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी और ममता के चगुल में बंगाल बुरी तरह फंस गया है. जब तक इनके चगुल से बाहर नहीं निकला जाता, जब तक बंगाल में विकास होना संभव नहीं है. उन्होंने कहा दोनों पार्टियों की राजनीति संस्कार एक जैसे हैं. दोनों ही मनमानी और तानाशाही हैं. बिना संकोच किये कहा जा सकता है कि दोनों भले ही अलग-अलग हों, लेकिन मुखोटा एक ही है. कांग्रेस सभी स्तर के लोगों को लेकर चलती है. पार्टी की आधारशीला भी यही है. कांग्रेस आजादी की लड़ाई के दौरान सच्चे राष्ट्रवाद की भावाना से लड़ी थी. लाल झंडेवाली पार्टी भी ऐसी ही सांप्रदायिकता के खिलाफ मजबूती के साथ लड़ेगी. श्रीरामपुर एक एतिहासिक शहर है. यह शहर सेनानियों और देशवीरों की जमीन है. पांच साल पहले तृणमूल कांग्रेस पर भरोसा कर के बंगाल में गरीब लोगों की जिंदगी में परिवर्तन लाने के लिए उसका साथ दिया था, ताकि एक नया दौर शुरू हो सके. सही मायने में प्रगति के लिए हमने साथ दिया था. अब सबके मन में यह सवाल उठता है कि ममता ने अपना वादा पूरा नहीं किया. गरीबों का हमदर्द बतानेवालीं ममता दीदी सभी वादों को भूल चुकी हैं. लाखों लोगों के समर्पण से उनकी सरकार बनी और समर्पण करनेवाले भाई-बहनों को वह भूल गयीं. जिनके बल पर सत्ता मिली थी, खोखले वादे के साथ उन्होंने जनादेश को धोखा दिया. झूठे वादे कर के बंगाल की सत्ता हासिल की. किसान आत्महत्या कर रहे हैं. गरीब और पिछड़े वर्ग के लोग कठनाइयों का सामना कर रहे हैं.
नौजवान परेशान हैं. बहनो के लिए जो महत्वपूर्ण योजना कांग्रेस ने बनायी थी, उस योजना की धनराशि को कम कर दिया गया है, जिससे उनको लाभ नहीं मिल रहा है.
अपने 13 मिनट के चुनावी भाषण में यह भी कहा कि बंगाल की जनता दो चक्कियों में पिस रही है. उन्होंने एक सवाल किया कि चिटफंड के खिलाफ मोदी क्यों नही कार्रवाई करते. कांग्रेस गरीब के लिए कोई योजना लेकर आती है, तो तृणमूल कांग्रेस मोदी का ही समर्थन क्यों करती है. पांच सालों में बंगाल पिछड़ गया है. गहराई से सोचने की जरूरत है. हम लोग प्रगति, विकास के नये रास्ते पर ले जाने के लिए श्रीरामपुर की भूमि पर एकत्रित हुए हैं. हमलोग देश को एक नयी दिशा देने के लिए आये हैं. इस मौके पर कांग्रेस के नेता सीपी जोशी, कपिल अहमद, प्रदेश कांग्रे अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य, सुदर्शन राय चौधरी, सुरेश तिवारी, ब्रह्मदेव रविदास, रामपुकार तिवारी आदि ने सोनिया का स्वागत किया.