।।अजय विद्यार्थी।।
कोलकाता : भीषण गरमी और छिटपुट घटनाओं के बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान संपन्न हुआ. शाम तीन बजे तक हुगली जिले में 72.46 प्रतिशत, दक्षिण 24 परगना में 73.19 प्रतिशत और कोलकाता दक्षिण में 58.05 प्रतिशत मतदान हुआ. चुनाव आयोग के अनुसार, तीनों जिलों में औसत 72.19 प्रतिशत मतदान हुआ. पांचवें चरण में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित उनके मंत्रिमंडल के 12 मंत्रियों, विपक्षी दल की उम्मीदवार पूर्व सांसद दीपा दासमुंशी, सुजन चक्रवर्ती, चंद्र कुमार बोस सहित 349 उम्मीदवारों की किस्मत इवीएम में बंद हो गयी. मतदान के दौरान तीनों जिलों में दिन भर छिटपुट हिंसक घटनाएं व झड़पें होती रहीं, हालांकि कोई बड़ी घटना नहीं घटी. पुलिस के अनुसार, दक्षिण 24 परगना के बारूईपुर में मतदान केंद्र पर गोली लगने से माकपा का समर्थक अहमद मुल्ला सहित तीन घायल हो गये.
भांगड़ में तृणमूल के दो गुटों के बीच झड़प में दो लोग घायल हो गये. बासंती में तृणमूल व आरएसपी के समर्थकों के बीच झड़प में सात घायल हो गये. हुगली जिले के चुंचुड़ा में आरामबाग निर्वाचन क्षेत्र के पुइन गांव में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के कथित हमले में एक माकपा समर्थक का सिर फट गया. बेहला पूर्व में निर्दलीय उम्मीदवार अंबिकेश महापात्र के एजेंट के पोलिंग एजेंट व उसकी पत्नी के साथ मारपीट करने का आरोप तृणमूल पर लगा, लेकिन तृणमूल ने इस आरोप को खारिज कर दिया. विधानसभा की उपाध्यक्ष व सतगछिया विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार सोनाली गुहा पर एफआइआर दर्ज किया गया. श्रीमती गुहा पर केंद्रीय जवान को धमकाने व फोन पर माकपा को पोलिंग एजेंट को मार कर बाहर निकालने की बात कहने का आरोप लगा.
हुगली जिले के आरामबाग में तृणमूल नेता निजामुद्दीन को दूसरे के बदले वोट देने पर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज किया गया. उस मतदान केंद्र के प्रेसाइडिंग ऑफिसर को हटा दिया गया.दक्षिण 24 परगना में कैनिंग में दो व्यक्ति तब घायल हो गये जब केंद्रीय बल के जवानों ने भांगड विधानसभा क्षेत्र के तहत कथलिया गांव में एक बूथ के सामने आपस में भिड़ रहे तृणमूल कांग्रेस और माकपा समर्थकों को तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज की.उल्लेखनीय है कि दूसरे चरण में मुर्शिदाबाद जिले में मतदान के दौरान एक की मौत हो गयी थी. मतदान के बाद चुनावी हिंसा में तीन और लोगों की मौत हो गयी, लेकिन चौथा व पांचवां चरण कुल मिला कर शांतिपूर्ण रहा. हालांकि विपक्ष सत्तारूढ़ दल पर धमकाने, मारपीट करने और तोड़फोड़ का आरोप लगाता रहा है.
रही कड़ी सुरक्षा, तैनात रहें केंद्रीय बल के जवान
मतदान के दौरान तीन जिलों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी. केंद्रीय सुरक्षा बल की 680 कंपनियां तैनात की गयी थीं. प्रत्येक मतदान केंद्र पर केंद्रीय बल के जवान तैनात थे तथा लगभग 26000 पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गयी थी. मतदान के मद्देनजर आयोग ने 53 विधानसभा क्षेत्रों में धारा 144 लगा दी थी. कल रात से ही क्लबों में बाहरी लोगों के की धर-पकड़ शुरू कर दी गयी थी. मतदान के दौरान केंद्रीय बल के जवान मतदान केंद्रों पर तैनात किये गये थे. कड़ी सुरक्षा के मद्देनजर विभिन्न मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी लाइन देखी गयी.
इनकी किस्मत इवीएम में हुई कैद
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पूर्व सांसद दीपा दासमुंशी, सुभाष चंद्र बोस के प्रपौत्र चंद्र कुमार बोस, कोलकाता के मेयर शोभन चटर्जी, शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी, उपाध्यक्ष सोनाली गुहा, आवास व युवा मामलों के मंत्री अरूप विश्वास, शहरी व नगर विकास मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम, सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक शोभनदेव चट्टोपाध्याय, बिजली मंत्री मनीष गुप्ता, पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी, अग्निशमन व आपदा राहत मामलों के मंत्री जावेद खान, माकपा सचिव मंडली के सदस्य सुजन चक्रवर्ती, माकपा सचिव मंडल के सदस्य रॉबिन देव, कार्टून कांड से सुर्खियों में आये जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अंबिकेश महापात्र सहित 43 महिलाओं के साथ 349 उम्मीदवारों की किस्मत इवीएम में कैद हो गयी.
अब तक 269 सीटों पर मतदान
राज्य की कुल 294 सीटों में से 269 सीटों पर पांच चरणों में मतदान संपन्न हो गया. पांच मई को कूचबिहार व पूर्व मेदिनीपुर की 25 सीटों पर अंतिम चरण का मतदान होगा. इस मतदान के साथ ही पश्चिम बंगाल में मतदान प्रक्रिया समाप्त हो जायेगी. 19 मई को चुनाव परिणाम की घोषणा होगी.