हावड़ा बस स्टैंड में टिकटों की कालाबाजारी

विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण में पूर्व मेदिनीपुर जिले में वोट डाले जायेंगे. इसके मद्देनजर कोलकाता, हावड़ा व आसपास के इलाके से वहां के निवासी मतदान के लिए बुधवार को रवाना हो रहे थे, लेकिन बस स्टैंड पर पहुंचने पर किराया सुन कर उनके होश उड़ जा रहे थे. हावड़ा स्टेशन से संलग्न बस स्टैंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2016 1:29 AM
विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण में पूर्व मेदिनीपुर जिले में वोट डाले जायेंगे. इसके मद्देनजर कोलकाता, हावड़ा व आसपास के इलाके से वहां के निवासी मतदान के लिए बुधवार को रवाना हो रहे थे, लेकिन बस स्टैंड पर पहुंचने पर किराया सुन कर उनके होश उड़ जा रहे थे. हावड़ा स्टेशन से संलग्न बस स्टैंड से सरकारी और गैरसरकारी बसें हावड़ा, हुगली, पूर्व मेदिनीपुर और पश्चिमी मेदिनीपुर के लिए खुलती हैं. जहां बुधवार को टिकटों की खूब कालाबाजारी की गयी.

कोलकाता : कल तक नंदीग्राम, दीघा, कांथी, हल्दिया, कोलाघाट, सोलपट्टा का किराया 85-90 रुपये था, लेकिन बुधवार को लोग जब हावड़ा के लंबी दूरी के बस स्टैंड पहुंचे, तो यह देख कर आश्चर्यचकित रह गये कि 85-90 रुपये के बजाय बस का किराया 300 से 400 रुपये वसूला जा रहा है. इतना अधिक किराया लेते देख यात्रियों के हौसले पस्त हो गये. उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें, क्या नहीं ? फिर भी बसों के इंतजार में लोग घंटों धूप में खड़े रहे. उन्हें साफ दिख रहा था कि बसों के टिकट के लिए दलाल सक्रिय हैं. काउंटर के बजाय कई लोग दलालों से टिकट खरीद रहे थे.
यात्रियों ने आरोप लगाया कि दलाल के साथ बस स्टैंड के कर्मचारी भी मिले हुए हैं. इस बस स्टैंड से सरकारी और गैरसरकारी बसें हावड़ा, हुगली, पूर्व मेदिनीपुर और पश्चिमी मेदिनीपुर के लिए खुलती हैं. नंदीग्राम बस स्टैंड के रहनेवाले दीपक राउत का कहना है कि गुरुवार को नंदीग्राम में चुनाव है, जिसमें भाग लेने के लिए वह पूरे परिवार सहित जब बस स्टैंड पर आया, तो देखा कि बसें ही नहीं हैं और जो हैं, वे पहले से ही बुक हैं.

सच्चाई क्या है, जानने के लिए जब थोड़ी देर बस स्टैंड में खड़ा रहा, तो सारा माजरा समझ में आ गया. दीपक ने कहा कि उसे देख कर एक व्यक्ति उसके पास आया और कहा कि बसों की किल्लत है और टिकट भी बड़ी मुश्किल से उपलब्ध हो रहा है. अगर वह 300 रुपये प्रति व्यक्ति टिकट के लिए देगा, तो वह सभी के लिए टिकट उपलब्ध करा सकता है. उस टिकट दलाल ने कहा कि टिकट पर तय भाड़ा ही लिखा रहेगा. हालांकि मोल-भाव करने पर पांच व्यक्ति के लिए उसने एक हजार रुपये ले ही लिये और साथ जाकर टिकट की भी व्यवस्था करा दी. यात्रियों का कहना है कि चुनाव में भाग लेने के लिए चुनाव पूर्व बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने घर जाते हैं और हर बार बस भी उबलब्ध हो जाते थे, लेकिन इस बार एक षड्यंत्र के तहत सभी बसों को हटा लिया गया है, ताकि लोग चुनाव में भाग नहीं ले सकें.

अधिकारी ने क्या कहा
हावड़ा में लंबी दूरी के बस स्टैंड के महासचिव पल्लव मजूमदार के अनुसार, इस बस स्टैंड से खुलनेवाली 60 से 70 बसों से हजारों यात्री रोजाना यात्रा करते हैं. चुनाव आयोग ने चुनाव कार्य के लिए 70 फीसदी बसों को ले लिया है, जिससे दो दिनों से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि 300 से 400 रुपये किराया वसूलने की बात गलत है. बस का तय किराया ही लिया जा रहा है. संगठन के विरुद्ध जाकर कोई भी बस मालिक काम नहीं कर सकता. पकड़े जाने पर स्टैंड से बसों को निकाल दिया जायेगा. बस स्टैंड पर दलाल सक्रिय हैं, इस बात की उनके पास कोई जानकारी नहीं है.

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