कोलकाता : चुनाव आयोग द्वारा मतगणना के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ एक-एक पर्यवेक्षक भी हर विधानसभा केंद्र के लिए नियुक्त किया गया है. दूसरे राज्यों से वह आयेंगे. मतगणना के दो दिन पहले ही वह राज्य में चले आयेंगे. पूर्व में मतगणना के वक्त हर दो-तीन विधानसभा केंद्रों के लिए एक पर्यवेक्षक रहते थे.
कभी तो समूचे मतगणना केंद्र के लिए ही एक पर्यवेक्षक से काम चलाया जाता था. अब हर विधानसभा केंद्र के लिए एक पर्यवेक्षक रहेगा. आयोग की ओर से स्पष्ट किया गया है कि केवल चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक ही मतगणना केंद्र में अपना मोबाइल फोन लेकर जा सकेंगे. उस फोन के जरिये ही दिल्ली में आयोग के अधिकारियों के साथ वह संपर्क करेंगे. पर्यवेक्षक की अनुमति के बाद ही विजेता उम्मीदवार के नाम की घोषणा की जायेगी. ऐसा पहली बार होगा जब मतगणना केंद्र में रिटर्निंग ऑफिसर या फिर असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर भी मोबाइल फोन लेकर नहीं जा सकते.
पूर्व में राजनीतिक दलों के काउंटिंग एजेंट मोबाइल नहीं ले जा पाते थे, लेकिन रिटर्निंग ऑफिसर को इसकी इजाजत रहती थी. अब उस पर भी पाबंदी लग गयी. आयोग की ओर से एसएमएस आधारित ट्रेंड बताने पर भी पाबंदी लग गयी है. कई बार इसके जरिये गलत जानकारी सामने आ जाती है.
अब जेनेसिस नामक सॉफ्टवेयर के जरिये मतगणना का नतीजा सीधे दिल्ली या कोलकाता में मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय में पहुंच जायेगा. इसके बाद वह आयोग की वेबसाइट में अपलोड हो जायेगा. घर बैठे ही वेबसाइट के जरिये आम लोग नतीजा जान सकेंगे, लेकिन आयोग ने फैसला किया है कि मतगणना के हर राउंड के बाद मतगणना केंद्र से राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के वोट को बताया जायेगा. मतगणना केंद्र के मीडिया सेंटर में भी इसकी जानकारी दे दी जायेगी. माइक से भी घोषणा की व्यवस्था रहेगी. मुख्य चुनाव अधिकारी सुनील गुप्ता मतगणना की तैयारियों को लेकर जिलों के डीएम के साथ शुक्रवार को बैठक की.
मुख्य चुनाव अधिकारी ने की बैठक
करीब दो महीने तक चले राज्य विधानसभा चुनाव की विभिन्न प्रक्रियाओं के बाद आगामी 19 मई को मतगणना होगी. चुनाव आयोग की ओर से मतगणना में भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाये गये हैं. इसके तहत राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी सुनील गुप्ता ने विभिन्न जिलों के डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक की. बैठक में मतगणना के दौरान सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित करने के लिए डीएम को विशेष निर्देश दिये गये. यह तय किया गया है कि मतगणना के दौरान हर राउंड के बाद मतगणना की स्थिति घोषित की जायेगी. यह तय किया गया है कि मतगणना के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रहेगी.