महानगर में छठपूजा के लिए बनाये जायेंगे 80 अस्थायी घाट : मेयर
छठ पूजा की तैयारियों को लेकर फिरहाद हकीम ने की उच्चस्तरीय बैठक, सुरक्षा व्यवस्था पर भी चर्चा
बैठक में रेलवे, पोर्ट ट्रस्ट, फायर ब्रिगेड के अधिकारी हुए शामिल कोलकाता. राज्य के शहरी विकास व नगरपालिका मामलों के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने बुधवार को महानगर में छठपूजा की तैयारियों को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में रेलवे, पोर्ट ट्रस्ट, पीडब्ल्यूडी, फायर ब्रिगेड, सीईएससी, नौसेना और कोलकाता पुलिस के अधिकारी शामिल हुए. बैठक में मेयर ने छठपूजा के प्रबंधन पर विस्तृत रूप से चर्चा की. बताया गया है कि महानगर व आसपास के क्षेत्रों में छठपूजा के लिए कुल 80 घाट बनाये जायेंगे, जिसमें केएमडीए द्वारा 40 और कोलकाता नगर निगम द्वारा 80 घाटों का निर्माण किया जायेगा. बैठक के दौरान दही घाट, तख्ता घाट समेत महानगर के अन्य घाटों की स्थिति व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी चर्चा की गयी, क्योंकि इन घाटों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं. बुधवार को निगम मुख्यालय में हुई इस बैठक में सुरक्षा व प्रशासनिक व्यवस्था की रूपरेखा तैयार की गयी. बैठक के दौरान गंगा घाटों के अलावा विभिन्न झीलों और जलाशयों के घाटों में बुनियादी ढांचे के निर्माण पर चर्चा की गयी. बैठक के बाद मेयर फिरहाद हकीम ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि कोलकाता नगर निगम की ओर से छठपूजा के लिए 22 स्थायी व 18 अस्थायी घाट बनाये जायेंगे. इसके साथ ही केएमडीए द्वारा भी 40 घाटों का निर्माण किया जायेगा. इस वर्ष केएमडीए व केएमसी द्वारा कुल 80 घाट बनाये जायेंगे. उन्होंने बताया कि कोलकाता नगर निगम द्वारा छह कृत्रिम जलाशयों का भी निर्माण किया जा रहा है. मेयर ने बताया कि दही घाट और तख्ता घाट में मरम्मत को लेकर चर्चा की गयी. दही घाट का प्रबंधन भी अन्य वर्षों की तरह कलकत्ता नगर निगम द्वारा ही किया जायेगा. वहीं, निमतला घाट का एक हिस्सा ढह गया है. पोर्ट अधिकारी उस क्षेत्र को खतरनाक मानकर उसकी घेराबंदी कर देंगे, ताकि आम जनता वहां न जा सके. बताया गया है कि बारिश के कारण जलस्तर बहुत बढ़ गया है, इसलिए कई घाटों पर फिसलन की स्थिति पैदा हो गयी है. मेयर ने उसे जल्द से जल्द साफ करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही अन्य वर्षों की तरह, चेंजिंग रूम और नये वाक वे को पक्का किया जायेगा. इसके अलावा घाटों पर पर्याप्त लाइटिंग व सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी. मेयर ने कहा कि एनजीटी के निर्देशानुसार, छठपूजा के लिए रवींद्र सरोवर को पहले ही बंद कर दिया गया है. विकल्प के तौर पर कई घाट बनाये गये हैं, जो प्राकृतिक रूप से बने हुए हैं. बंगाल लैंप्स में भी पिछले साल से दिक्कत आ रही है. पुलिस को यह बताने को कहा गया है कि कौन से वैकल्पिक घाट उपलब्ध हैं, ताकि छठपूजा के लिए बेहतर व्यवस्था की जा सके. इसके साथ ही, गुरुवार शाम सात बजे से शुक्रवार शाम आठ बजे तक पूजा कार्य समाप्त होने तक सर्कुलर रेलवे की ट्रेनें भी बंद रहेंगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है