हुगली. चुनाव बाद राजनीतिक हिंसा का दौर थम नहीं रहा है. हुगली जिले में दो अलग-अलग स्थानों पर हिंसक संघर्ष में 11 लोग घायल हुए हैं. हुगली के आरामबाग में एक्जिट पोल की खबर के बाद राजनीतिक हिंसा का मामला प्रकाश में आया है. इस घटना में सात लोग बुरी तहर हो गये. वहीं पुलिस ने एक दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. घायलों को अस्पताल में भरती कराया गया है. घटना के मद्देनजर इलाके में पुलिस तैनात कर दी गयी है.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के बाद से हुगली में राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. एक के बाद एक हिंसा की घटनाएं घट रही हैं. इन घटनाओं से लोग आतंक के साये में रहने पर मजबूर हैं. ताजा घटना मंगलवार को आरामबाग थाना क्षेत्र के जयनगर इलाके में घटी. इस दौरान दो पार्टियों के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई, जिसमें सात लोग बुरी तरह से घायल हो गये. घायलों को आरामबाग महकमा अस्पताल में भरती कराया गया है.
क्या है मामला
माकपा समर्थकों ने बताया कि बीती रात किसी निजी न्यूज़ चैनल पर माकपा गंठबंधन को बढ़त मिलती दिखाये जाने के बाद से माकपा समर्थक अपनी खुशी का इजहार करने के लिए पटाखे फोड़ रहे थे, जिस पर इलाके में रहनेवाले तृणमूल समर्थक आग बबूला हो गये और पटाखे फोड़ रहे माकपा समर्थकों पर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया, जिसके बाद दोनों गुटों में जमकर हुए संघर्ष हुआ. घटना के बाद से पूरे इलाके में तनाव की स्थिति है. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों दलों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया और दोनों पक्षों के कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
दूसरी ओर, सोमवार रात मलयपुर के दिगेर पाड़ा इलाके में माकपा और तृणमूल समर्थकों के बीच हिंसक संघर्ष हुआ. इसमें माकपा के चार समर्थक घायल हुए हैं, जिन्हें आरामबाग महकमा अस्पताल में दाखिल कराया गया है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों दलों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है. गंभीर रूप से घायल माकपा समर्थक सुब्रत धोले ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस समर्थक विधानसभा चुनाव से पहले ही उन पर माकपा छोड़ कर तृणमूल में शामिल होने का दबाव बना रहे थे. उन्होंने माकपा छोड़ने से इनकार कर दिया था, जिस पर तृणमूल समर्थकों ने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी. मंगलवार दोपहर वह अपने माता-पिता के साथ निजी काम से बैंक गये थे. बैंक से लौटते समय पहले से घात लगाये बैठे तृणमूल समर्थकों ने अचानक उन पर व उनके माता-पिता पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया. इस हमले में उन्हें व उनके माता-पिता के सिर पर गंभीर चोटें आयीं हैं. वहीं तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने इस घटना को बेबुनियाद ओर माकपा की साजिश बताते हुए आरोप को ख़ारिज कर दिया है.
हावड़ा में माकपा कार्यकर्ताओं के सिर काट डालने की धमकी
मध्य हावड़ा के नेताजी सुभाष रोड स्थित व्यायाम समिति क्लब की दीवार पर माओवादी अंदाज में पोस्टर चिपकाने से हड़कंप मच गया. पोस्टर पर तीन माकपा कार्यकर्ताओं के नाम लिखे थे. नाम के नीचे सिर काटने की भी बात लिखी गयी है. पोस्टर चिपकाने का आरोप तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों पर है. हालांकि तृणमूल ने इससे इनकार किया है. जानकारी के अनुसार, सोमवार रात क्लब के बाहर बमबाजी हुई थी. मंगलवार सुबह क्लब के सदस्यों ने देखा कि दीवार पर पोस्टर चिपकाया गया है. पोस्टर पर जीवन विश्वास, श्यामल हाजरा व बच्चू मोदी के नाम लिखे हैं. ये तीनों माकपा कार्यकर्ता हैं. पोस्टर पर इन तीनों के सिर काटने की बात लिखी गयी है. इस बारे में पूछने पर तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अरूप राय ने कहा कि तृणमूल पर लगाया गया यह आरोप गलत है. सिर काटने का काम माकपा कर सकती है. तृणमूल को बदनाम करने की यह कोशिश की गयी है. घटना की शिकायत बेंटरा थाने में दर्ज करायी गयी है.