कांग्रेस विधायकों के वफादारी हलफनामे का भाजपा और तृणमूल ने उड़ाया मजाक
कोलकाता/ नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के 44 नये विधायकों का सोनिया और राहुल गांधी के प्रति वफादारी के हलफनामे पर दस्तखत कराने की भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने खिल्ली उडाई और इसे ‘‘बंधुआ मजदूरी” बताया.बहरहाल कांग्रेस ने कहा कि विधायकों ने ‘‘स्वेच्छा” से ऐसा किया है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कांग्रेस का […]
कोलकाता/ नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के 44 नये विधायकों का सोनिया और राहुल गांधी के प्रति वफादारी के हलफनामे पर दस्तखत कराने की भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने खिल्ली उडाई और इसे ‘‘बंधुआ मजदूरी” बताया.बहरहाल कांग्रेस ने कहा कि विधायकों ने ‘‘स्वेच्छा” से ऐसा किया है.
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कांग्रेस का मजाक उडाते हुए कहा कि वह कागजातों पर हस्ताक्षर कर विधायकों के सत्तारुढ दल में चले जाने पर रोक लगाने का प्रयास कर रही है. पार्टी ने कहा कि यह दर्शाता है कि पार्टी को अपने निर्वाचित विधायकों पर विश्वास नहीं है. पश्चिम बंगाल कांग्रेस इकाई के प्रमुख अधीर चौधरी ने कल विधायकों की बैठक में हलफनामे का प्रस्ताव दिया ताकि वे पार्टी छोडकर नहीं जा सकें और बताया जाता है कि वहां मौजूद सभी विधायक इस पर सहमत हुए.
विधायकों ने कांग्रेस अध्यक्ष को दिए हलफनामे में कहा, ‘‘मैं माननीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी और माननीय कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रति वफादारी की शपथ लेता हूं।” यह शपथ सौ रुपये के स्टाम्प पेपर पर ली गयी जिसमें यह भी संकल्प लिया गया कि विधायक ‘‘पार्टी विरोधी गतिविधियों” में संलिप्त नहीं होंगे. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनिल जैन ने इस पर प्रहार करते हुए कहा कि इस तरह की ‘‘बंधुआ मजदूरी” का काम केवल उसी पार्टी में हो सकता है.