पार्टी के खिलाफ जानेवाले होंगे बाहर : ममता बनर्जी
कोलकाता: पार्टी में अब ‘विभीषणों’ की कोई जरूरत नहीं है. पार्टी के कोई भी नेता या मंत्री अधिकार क्षेत्र से बाहर का कार्य करते हैं, जिससे पार्टी को कोई नुकसान या बदनामी होती है तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा. ऐसे लोगों के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं होगी. बुधवार को कालीघाट स्थित […]
कोलकाता: पार्टी में अब ‘विभीषणों’ की कोई जरूरत नहीं है. पार्टी के कोई भी नेता या मंत्री अधिकार क्षेत्र से बाहर का कार्य करते हैं, जिससे पार्टी को कोई नुकसान या बदनामी होती है तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा. ऐसे लोगों के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं होगी. बुधवार को कालीघाट स्थित अपने आवास पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी के नेताआें को सचेत करते हुए ये बातें कहीं. इस बैठक में पार्टी के सांसद, नव निर्वाचित विधायक व विभिन्न जिलों के अध्यक्ष मौजूद थे.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी नेता या मंत्री पार्टी के खिलाफ नहीं जा सकता है. यह कोई विरोध करता है, तो ऐसे विभीषण को बाहर कर दिया जायेगा. साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जिन-जिन नेताओं की वजह जिस जिले में तृणमूल कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, वहां के नेताओं को बख्शा नहीं जायेगा.
नदिया तृणमूल संगठन में व्यापक फेरबदल
नदिया जिले में तृणमूल कांग्रेस को अपेक्षा के अनुसार सीटें नहीं मिलीं और ना ही पर्याप्त संख्या में वोट मिले हैं साथ ही जिले में पार्टी में आपसी द्वेष बढ़ता दिख रहा है. इस पर विराम लगाते हुए मुख्यमंत्री ने जिला स्तर पर संगठन में व्यापक बदलाव करने का फैसला किया है. बुधवार को हुई बैठक में नदिया जिले के अध्यक्ष दीपक बसु को हटा दिया गया है और उनकी जगह पर वाणी राय को जिला अध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा पार्टी के प्रदेश महासचिव पार्थ चटर्जी को नदियाके पर्यवेक्षक पद से हटा कर उनकी जगह सांसद अभिषेक बनर्जी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के अध्यक्ष अशोक रूद्र को भी उनके पद से हटा दिया है और उनके स्थान पर जया दत्त को छात्र परिषद का अध्यक्ष बनाया है. बताया जाता है कि अशोक रूद्र को युवा तृणमूल कांग्रेस में शामिल किया गया है.