11वीं के विद्यार्थियों को भाषा की किताबें मुफ्त में मिलेंगी
कूचबिहार: इस साल से ग्याहवीं में बांग्ला, अंगरेजी, हिंदी और उर्दू की किताबें मुफ्त दी जायेंगी. विभिन्न भाषाओं की किताबें मुफ्त देने का यह फैसला पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा समिति ने लिया है. विभिन्न जिलों में ये किताबें पहुंचनी शुरू हो गयी हैं. कूचबिहार के जिला विद्यालय निरीक्षक (माध्यमिक) के कार्यालय से पता चला […]
कूचबिहार: इस साल से ग्याहवीं में बांग्ला, अंगरेजी, हिंदी और उर्दू की किताबें मुफ्त दी जायेंगी. विभिन्न भाषाओं की किताबें मुफ्त देने का यह फैसला पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा समिति ने लिया है. विभिन्न जिलों में ये किताबें पहुंचनी शुरू हो गयी हैं. कूचबिहार के जिला विद्यालय निरीक्षक (माध्यमिक) के कार्यालय से पता चला है कि कूचबिहार में भी किताबें पहुंच गयी हैं. गरमी की छुट्टी के बाद स्कूल खुलने पर छात्र-छात्राओं के बीच इन किताबों का वितरण किया जायेगा.
ग्यारहवीं के छात्र-छात्राओं को मुफ्त किताब देने का विभिन्न शिक्षक संगठनों ने स्वागत किया है. इनका कहना है कि जिलों में अधिकतर विद्यार्थी गरीब हैं. माध्यमिक पास करने के बाद पैसे के अभाव में वे किताबें नहीं खरीद पाते हैं और इसके चलते पढ़ाई तक छोड़ देते हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस बार ग्यारहवीं में भाषा विषय की किताबें बिना कोई पैसा लिये देने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है.
पश्चिम बंगाल तृणमूल माध्यमिक शिक्षा समिति के जिला अध्यक्ष पार्थ प्रतिम राय ने कहा कि शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिहाज से यह राज्य सरकार का युगांतरकारी कदम है. इससे गरीब छात्र लाभान्वित होंगे. पढ़ाई बीच में छोड़ने की घटनाओं में कमी आयेगी. पश्चिम बंगाल शिक्षक समिति के जिला संयुक्त महासचिव संजय सरकार ने बताया कि इससे बीच में पढ़ाई छोड़ने के मामलों में कमी आयेगी. गरीब छात्र-छात्राओं को खासतौर पर फायदा होगा. राज्य सरकार के इस फैसले से हम बहुत खुश हैं. माध्यमिक शिक्षक एवं शिक्षा कर्मी समिति के जिला अध्यक्ष वाणीकांत भट्टाचार्य ने कहा कि सरकार के इस कदम का हम स्वागत करते हैं.