कोलकाता. बेलियाघाटा इलाके के रहनेवाले पेशे से दवा व्यापारी कृष्ण कुमार सदानी ने अप्रैल में लेक थाने में चार करोड़ रुपये ठगी की शिकायत की थी. वह बेलियाघाटा इलाके में दवा के व्यापारी हैं. काम के सिलसिले में उनकी मुलाकात लेक टाउन के निवासी बृजमोहन मूंधड़ा से हुई थी. बातों ही बातों में उसने उन्हें बताया कि वह एक दवा बनानेवाली कंपनी का कंसल्टेंट है. कुछ दिनों से वह कंपनी घाटे में चल रही है. लेक इलाके में रहनेवाले उस कंपनी के मालिक समीर चटर्जी से वह उनकी मुलाकात करवा देंगे. अगर वह इस कंपनी के घाटे की रकम का भुगतान कर देते हैं, तो कंपनी उनकी हो सकती है.
काफी खोजबीन के बाद भी दोनों का पता नहीं चला, तब उन्हें आभास हुआ कि दोनों ने मिलकर उन्हें चार करोड़ का चूना लगाया और फरार हो गये. इसके बाद उन्होंने लेक थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी.
इस मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त (एसटीएफ) विशाल गर्ग ने बताया कि लेक थाने की पुलिस ने जब शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की, तो पता चला कि घाटे में चल रही कंपनी की दोनों ने नकली बैलेंस सीट तैयार कर उस कंपनी में निवेश करने के बदले कंपनी का मालिक बनाने का प्रलोभन कृष्ण कुमार सदानी को दिया था. लिहाजा इससे संबंधित सभी सबूत हाथ लगने के बाद दोनों की तलाश शुरू हुई. गुरुवार रात लेक टाउन व लेक इलाके से दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों को शुक्रवार को अदालत में पेश करने बाद हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.