अब दफ्तर जाने के लिए इस्तेमाल करें रोपवे
कोलकाता : कॉलेज स्ट्रीट से बीबीडी बाग. विक्टोरिया मेमोरियल से मैदान अथवा न्यू मार्केट. घर से दफ्तर जाते समय यह सभी इलाके आपकी नजरों के सामने से गुजर सकते हैं. मजे की बात यह है कि इस सफर में आपको मंजिल तक पहुंचने के लिए अब कभी भी ट्रैफिक जाम में फंसना नहीं पड़ेगा, क्योंकि […]
कोलकाता : कॉलेज स्ट्रीट से बीबीडी बाग. विक्टोरिया मेमोरियल से मैदान अथवा न्यू मार्केट. घर से दफ्तर जाते समय यह सभी इलाके आपकी नजरों के सामने से गुजर सकते हैं. मजे की बात यह है कि इस सफर में आपको मंजिल तक पहुंचने के लिए अब कभी भी ट्रैफिक जाम में फंसना नहीं पड़ेगा, क्योंकि यह सफर किसी कार, बस, टैक्सी, बाइक, अॉटो या रिक्शे से नहीं होगी, बल्कि अब जल्द ही महानगर में रोपवे चालू होने जा रहा है, जिस पर सफर करनेवाले किसी ट्रैफिक जाम में फंसे बगैर न केवल आसानी से अपनी मंजिल तक पहुंच जायेंगे, बल्कि महानगर की सुंदरता का लुत्फ भी उठायेंगे.
कोलकाता के नागरिकों को बस, ट्राम, ऑटो आदि की परेशानी से निजात दिलाने के लिए नगरपालिका व शहरी विकास मंत्रालय तत्पर हो उठा है. विभाग की योजना महानगर की सड़कों पर रोपवे लगाने की है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस योजना को हकीकत का रूप देने का फैसला किया है. इसे हकीकत का रूप देने के लिए शहरी विकास मंत्रालय, कोलकाता नगर निगम व परिवहन विभाग संयुक्त रूप से काम करेंगे. मकसद सिटी ऑफ जॉय को स्मार्ट शहर के रूप में परिवर्तित करना है.
फिलहाल दो रूट पर रोपवे चलाने का फैसला लिया गया है. एक रूट सियालदह होते हुए बीबीडी बाग संलग्न फेयरली प्लेस इलाके तक जायेगी. दूसरा रूट सियालदह से विधाननगर के करुणामयी तक का सफर पूरा करेगा. इस परियोजना को पूरा करने की जिम्मेदारी कोलकाता मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट अथोरिटी (केएमडीए) को सौंपी गयी है.
नगरपालिका व शहरी विकास मंत्रालय से सूत्रों के अनुसार जापान की एक कंपनी ने इस परियोजना के लिए सर्वे भी आरंभ कर दिया है. जापानी कंपनी इस परियोजना के लिए नक्शा भी तैयार कर रही है. यह काम पूरा होने में छह महीने का समय लगेगा. नक्शा तैयार होते ही उसे केएमडीए के हवाले कर दिया जायेगा.
कोलकाता नगर निगम का दावा है कि इस परियोजना को पूरा करने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आयेगी, क्योंकि इसका काम सड़क के ऊपर होगा. इसके लिए कम जगह में लाइन बिछाना संभव होगा. वैसे अधिकारियों का मानना है कि काम शुरू होने पर थोड़ी-बहुत दिक्कत तो होना स्वाभाविक है.
इस बारे में शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने बताया कि मुख्यमंत्री पहले ही कह चुकी हैं, बात कम-काम अधिक. इसलिए हम लोग काम पहले खत्म करना चाहते हैं, उसके बाद इस बारे में मीडिया से बात करेंगे.