काम नहीं कर पा रहे तो दायित्व छोड़ें
काेलकाता/झाड़ग्राम. दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद ममता बनर्जी ने मंगलवार को झाड़ग्राम में जिलास्तर पर पहली प्रशासनिक बैठक की. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि तृणमूल के सत्ता में लौटने का सबसे महत्वपूर्ण कारण विकास कार्य है. इस बार भी सरकार विकास को ही प्राथमिकता देगी. इसलिए विकास कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही […]
काेलकाता/झाड़ग्राम. दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद ममता बनर्जी ने मंगलवार को झाड़ग्राम में जिलास्तर पर पहली प्रशासनिक बैठक की. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि तृणमूल के सत्ता में लौटने का सबसे महत्वपूर्ण कारण विकास कार्य है. इस बार भी सरकार विकास को ही प्राथमिकता देगी.
इसलिए विकास कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. सभी प्रशासनिक अधिकारी जिम्मेदारीपूर्वक अपने दायित्व का पालन करें. जो काम नहीं कर पा रहे हैं, वे दायित्व छोड़ सकते हैं. मुख्यमंत्री ने जिला की कुछ योजनाओं के क्रियान्वयन की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जतायी. कहा कि ऐसे काम नहीं चलेगा. याेजनाओं को हर हाल में तय समय पर पूरा करना होगा. बैठक में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, स्थानीय सांसद, विधायक, जिला मंत्री समेत झाड़ग्राम पुलिस अधीक्षक भारती घोष भी मौजूद थीं.
झाड़ग्राम, आसनसोल और कलिम्पोंग जल्द बनेंगे जिले
कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने चुनाव के पहले ही यहां छह नये जिलों का गठन करने की घोषणा की थी, इसमें से तीन जिले झाड़ग्राम, आसनसोल व कलिम्पोंग का पहले गठन किया जायेगा. मंगलवार को झाड़ग्राम में जिला प्रशासनिक बैठक के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि इन जिलों के गठन के लिए हाइकोर्ट से अनुमति लेनी होती है और वहां जिला अदालत की भी स्थापना करनी होती है. आसनसोल व झाड़ग्राम में जिला अदालत व मुख्यालय के लिए भवन हैं, इसलिए राज्य सरकार ने इन तीनों जिलों के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. अगले कुछ महीने के अंदर ही इन तीन जिलों का गठन किया जायेगा. दूसरे चरण में सुंदरवन व बशीरहाट जिले का गठन किया जायेगा.
सामूहिक पिटाई की घटनाओं पर जतायी चिंता
कोलकाता. राज्य में सामूहिक पिटाई की घटनाओं पर मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर की है तथा इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है. मंगलवार को झाड़ग्राम में प्रशासनिक बैठक में सुश्री बनर्जी ने यह चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं नहीं घटें, इसे लेकर पुलिस की निगरानी बढ़ाने की जरूरत है तथा ऐसे लोगों की पहचान करने की जरूरत है, जो ऐसी घटनाओं के लिए लोगों को उकसाते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाएं फिर नहीं घटे.