ममता ने दी पार्टी नेताओं को हिदायत, कहा-गुटबाजी के चलते 15-20 सीटों पर मिली हार

कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को गुटबाजी दूर करने की हिदायत दी. उन्होंने कहा कि आपसी गुटबाजी के चलते पार्टी को विधानसभा चुनाव में 15 से 20 सीटों का नुकसान हुआ है. गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के फिर से सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2016 6:24 AM
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को गुटबाजी दूर करने की हिदायत दी. उन्होंने कहा कि आपसी गुटबाजी के चलते पार्टी को विधानसभा चुनाव में 15 से 20 सीटों का नुकसान हुआ है.
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के फिर से सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री ने पार्टी के कई नेताओं को गुटबाजी की शिकायतों के आधार पर विभिन्न दायित्वों से हटा दिया. ममता भारी बहुमत से दोबारा सत्ता में आयी हैं. तृणमूल कांग्रेस को 294 सदस्यीय विधानसभा में 211 सीटें मिलीं.
नेताजी इंडोर स्टेडियम में शनिवार को पार्टी की कार्यशाला में ममता ने कहा कि विधानसभा चुनाव में 15 से 20 सीटें आपसी गुटबाजी की वजह से गंवानी पड़ी है. इसलिए जिन लोगों ने भी ऐसा किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि आपसी विवाद को दूर करना होगा. जो लोग ऐसा नहीं कर पा रहे हैं, उनके लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है.
कार्यशाला के दौरान ही उन्होंने मंत्री पुर्णेंदू बसु, विधायक सव्यसाची दत्त, सुजीत बसु और सांसद काकोली घोष दस्तिदार को जल्द से जल्द विवाद निपटाने का निर्देश दिया. मालदा में मिली हार के संबंध में उन्होंने कहा कि वहां तृणमूल कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, क्योंकि स्थानीय नेताओं की जमींदारी और सामंतवादी मानसिकता से पार्टी को नुकसान हुआ है. ममता ने दक्षिण दिनाजपुर की चार सीटों पर हार के लिए भी गुटबाजी को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने पंचायत चुनाव से पहले सभी नेताओं को सतर्क हो जाने का निर्देश दिया.
विश्वभारती यूनिवर्सिटी का मामला : मुख्यमंत्री ने विश्वभारती यूनिवर्सिटी में सांसद अनुपम हाजरा को लेकर पैदा हुई समस्या का समाधान करने की जिम्मेदारी बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुव्रत मंडल को सौंपी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुपम हाजरा के मामले में गलत तरीके से फैसला लिया गया है.
उन्होंने श्री मंडल को विश्वभारती यूनिवर्सिटी प्रबंधन से बात कर जल्द से जल्द मामले का समाधान करने का निर्देश दिया. गौरतलब है कि विश्वभारती प्रबंधन ने अनुपम हाजरा को कम उपस्थिति के चलते निलंबित किया है. वह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे.
गुटबाजी के कारण विधानसभा चुनाव में पार्टी को 15-20 सीटों का नुकसान हुआ. मैं गुटबाजी या कोई भी पार्टी विरोधी गतिविधि बरदाश्त नहीं करूंगी. मालदा में हम कुछ नेताओं की सामंती सोच के कारण हारे. मुझे लगता है कि इस तरह के नेताओं को अब आराम करना चाहिए और जिले में नये नेताओं को उनकी जगह लेनी चाहिए.’
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री

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