कोलकाता: बालीगंज इलाके से शनिवार रात रहस्यमय तरीके से लापता हुआ 10वीं कक्षा के छात्र सुरजीत मंडल सोमवार को सकुशल घर लौट आया. दोपहर को उसके घरवालों ने उसके घर लौटने की जानकारी थाने को दी.
इसके बाद जो खुलासा हुआ, उसे सुन कर सभी चौंक गये. संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि पूछताछ में सुरजीत ने बताया कि वह फुटबॉल का शौकीन है. अक्सर वह फुटबॉल खेलता रहता है, लेकिन किसी टीम में उसका सेलेक्शन नहीं हो सका. अंत में उसने मुंबई फुटबॉल टीम में आवेदन करने की ठानी. डेढ़ महीने पहले उसने कोलकाता से मुंबई की एक टिकट भी कटा रखी थी. लिहाजा मुंबई पहुंच कर एएफसी फुटबॉल टीम का एक सफल खिलाड़ी होने के बाद ही उसने घर लौटने की ठानी. इसके लिए उसने एक साजिश रची और घर से निकलने के पहले ब्लेड से अपने हाथ काट लिए और खून से सना हुआ ड्रेस बालीगंज थाने के पास छोड़ दिया.
इसके बाद आसपास के दीवार पर खून लगा कर वह हावड़ा से मुंबई के लिए रवाना हुआ. इसके पहले उसी ने घर में फोन कर किसी अनजान युवक द्वारा उसे मारने-पीटने की बात कहीं. सफर के दौरान रास्ते में उसे एक रेडिमेड गारमेंट का व्यापारी मिला. उसकी बातों से प्रभावित होकर सुरजीत उसके साथ रायपुर स्थित उसके घर चला गया. वहां व्यापारी ने उसे कामयाब इनसान बनने के लिए कठिन संघर्ष करने की बात कही. उस व्यापारी की बातों से जिंदगी में कठिन संघर्ष करने की बात सुन कर सुरजीत को घर की याद आ गयी और वह अगले दिन सुबह रायपुर से घर के लिए निकल पड़ा. उससे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस सुरजीत की नादानी की घटना मान रही है.
ज्ञात हो कि गत शनिवार की रात बालीगंज थाने के निकट कक्षा 10 का छात्र रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था. घटना के बाद उसके घरवालों ने बालीगंज थाने में लापता होने की शिकायत दर्ज करायी थी. लेकिन सोमवार दोपहर वह खुद सकुशल घर लौट आया.