छह चाय बागान किये जायेंगे नीलाम : ममता बनर्जी

अलीपुरद्वार. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने उत्तर बंगाल दौरे के दूसरे दिन चाय श्रमिकों को उम्मीद की नयी रोशनी दिखायी. उन्होंने एलान किया कि राज्य सरकार जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिलों के बंद पड़े छह चाय बागानों को नीलामी के जरिये बेचने के रास्ते पर आगे बढ़ रही है. मंगलवार को अलीपुरद्वार जिले के कालचीनी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2016 7:10 AM
अलीपुरद्वार. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने उत्तर बंगाल दौरे के दूसरे दिन चाय श्रमिकों को उम्मीद की नयी रोशनी दिखायी. उन्होंने एलान किया कि राज्य सरकार जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिलों के बंद पड़े छह चाय बागानों को नीलामी के जरिये बेचने के रास्ते पर आगे बढ़ रही है. मंगलवार को अलीपुरद्वार जिले के कालचीनी के सुहाषिनी विद्यालय के मैदान में आयोजित जिला प्रशासन की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने यह जानकारी खुद मीडिया को दी.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अलीपुरद्वार के डंकन समूह के सात चाय बागानों का अधिग्रहण करने की घोषणा केंद्र सरकार ने की, लेकिन इसके लिए कोई प्रयास नहीं किया. उन्होंने कहा कि इन बागानों के श्रमिकों की स्थिति ‘न घर का, न घाट का’ वाली है. बरसों से इन्हें वेतन नहीं मिल रहा. केवल हम ही इन बागानों में चावल, गेहूं, चिकित्सा, पानी उपलब्ध करा रहे हैं. बिजली उपलब्ध करवा रहे हैं. लेकिन इस तरह काम नहीं चलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र को जल्द इस बारे में बताना होगा.
उल्लेखनीय है कि जलपाईगुड़ी के रेड बैंक, सुरेंद्रनगर, धरनीपुर और अलीपुरद्वार के बांदापानी व ढेकलापाड़ा, इन पांच चाय बागानों की राज्य सरकार जल्द ही नीलामी करा सकती है. अलीपुरद्वार के बंद मधु चाय बागान और जलपाईगुड़ी के बंद पड़े मानाबाड़ी चाय बागान में से कौन सा बागान नीलामी चर चढ़ेगा, इस बारे में मुख्यमंत्री कुछ स्पष्ट नहीं बता पायीं. नीलामी में इन बंद बागानों को जो नया मालिक खरीदेगा वह चाय के पौधे रोपने के साथ-साथ खेती भी करा सकेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि अलीपुरद्वार जिले में 100 दिन काम योजना ठीक से चल रही है.

यह जिला भूटान सीमा से लगा है इसलिए कानून-व्यवस्था ठीक रखने पर और जोर दिया जा रहा है. अलीपुरद्वार जिले में निर्माणाधीन 36 सरकारी दफ्तरों का काम जल्द ही पूरा कर लिया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगली जानवर जंगल से निकलकर आसपास के रिहाइशी इलाकों में घुस रहे हैं और इनसानों पर हमला कर रहे हैं. वन विभाग से कहा गया है कि वो जो नियुक्तियां करे उसमें स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दे. डुवार्स और तराई में पर्यटन के विकास को पूरा महत्व दिया जा रहा है.

इसके बाद मुख्यमंत्री अलीपुरद्वार से सिलीगुड़ी स्थित मिनी सचिवालय उत्तरकन्या के लिए सड़क मार्ग से रवाना हुईं. बुधवार को वह वहां जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और दार्जिलिंग के जिला प्रशासन के साथ बैठक करेंगी. अलीपुरद्वार में मुख्यमंत्री में साथ मुख्य सचिव बासुदेव बनर्जी, मंत्री अरूप विश्वास, गौतम देव, जेम्स कुजूर, रवींद्रनाथ घोष, जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सभी थानों के ओसी, बीडीओ आदि उपस्थित थे.

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