अधिग्रहण के बावजूद जेसप कारखाना का भविष्य अंधकार में

कोलकाता. राज्य सरकार की ओर से दमदम जेसप कारखाना का अधिग्रहण करने की घोषणा के बावजूद कारखाना के खुलने पर अनिश्चितता बरकरार है. कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने विधानसभा में कारखाना अधिग्रहण करने के लिए सिर्फ बिल पास किया है, लेकिन अब तक अधिग्रहण नहीं किया गया. कारखाना का मालकिना अब भी पावन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2016 7:24 AM
कोलकाता. राज्य सरकार की ओर से दमदम जेसप कारखाना का अधिग्रहण करने की घोषणा के बावजूद कारखाना के खुलने पर अनिश्चितता बरकरार है. कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने विधानसभा में कारखाना अधिग्रहण करने के लिए सिर्फ बिल पास किया है, लेकिन अब तक अधिग्रहण नहीं किया गया.
कारखाना का मालकिना अब भी पावन रूईया ग्रुप के पास है. यह ग्रुप कारखाना चलाना नहीं चाहती है. कारखाना अधिग्रहण की कानूनी प्रक्रिया लंबी है. इसके लिए बिल पर राज्यपाल से हस्ताक्षर करा केंद्र को भेजना पड़ता है. वहां से पास होने के बाद राष्ट्रपति हस्ताक्षर करेंगे. इसके बाद कारखाना अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होगी. इसमें कितना वक्त लगेगा यह पता नहीं है.
इधर, अधिग्रहण की घोषणा के बाद राज्य सरकार ने कारखाना के प्रत्येक कर्मचारी को महीना में 10 हजार रुपये देने की बात कही थी. गत चार माह में सिर्फ दो बार कर्मियों को 10 हजार रुपये मिले. पहली बार मार्च और फिर मई में चेक से भुगतान किया गया. सरकार ने कर्मचारियों के एकाउंट में रुपये भेजने के लिए उनके बैंक एकाउंट का विवरण लिया है. जुलाई से कर्मचारियों के एकाउंट में रुपये डाले जायेंगे. बता दें कि कारखाना में कर्मचारियों की कुल संख्या 520 है.
कारखाना की हालत जर्जर है. दीवार जगह-जगह टूट गयी है. मरम्मत नहीं करायी जा रही है. बिजली कनेक्शन कटा हुआ है. टूटी दीवार के रास्ते से कारखाना से सामान चोरी हो रहे हैं. यहां कोई सुरक्षाकर्मी नहीं है. सुरक्षा व्यवस्था दमदम थाना के भरोसे है. दमदम नगरपालिका के चेयरमैन हरेंद्र सिंह ने बताया कि अधिग्रहण की घोषणा के बाद से दमदम थाना ने जेसप कारखाना में पुलिसकर्मियों को तैनात किया है. रोलर विभाग के पास 24 घंटे पुलिस की तैनाती रहती है. पुलिस बाइक से कारखाना क्षेत्र में गश्त भी लगाती है. इससे कारखाना में चोरी की घटनाएं कम हो गयी हैं.

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