सोशल मीडिया के इस्तेमाल में सावधानी बरतें लड़कियां

धूपगुड़ी. चालू साल में लड़कियों और बच्चों की मानव तस्करी में पश्चिम बंगाल पूरे देश में सबसे ऊपर रहा. 22 से 25 हजार लड़कियों और बच्चों को राज्य से बाहर ले जाया गया. यह वो संख्या है जो मामले विभिन्न पुलिस थानों में पहुंचे हैं. लेकिन ऐसे भी बहुत से मामले हैं जो थाने तक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2016 1:46 AM
धूपगुड़ी. चालू साल में लड़कियों और बच्चों की मानव तस्करी में पश्चिम बंगाल पूरे देश में सबसे ऊपर रहा. 22 से 25 हजार लड़कियों और बच्चों को राज्य से बाहर ले जाया गया. यह वो संख्या है जो मामले विभिन्न पुलिस थानों में पहुंचे हैं. लेकिन ऐसे भी बहुत से मामले हैं जो थाने तक नहीं पहुंच पाते हैं.

शुक्रवार को धूपगुड़ी गर्ल्स कॉलेज में नारी तस्करी विरोधी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में उपरोक्त आंकड़े जिले के पुलिस अधीक्षक आकाश मेघारिया के सामने एनजीओ शक्तिवाहिनी ने पेश किये. नारी तस्करी को और तेजी से रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक ने एनजीओ शक्ति को साथ लेकर जिले में कई जागरूरकता कार्यक्रम करने का निर्णय लिया है.

कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा कि अगर लड़कियां फेसबुक और अन्य सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर हैं, तो अपने प्रोफाइल को लेकर सचेत रहें. साथ ही पासवर्ड मजबूत रखें, ताकि शरारती तत्व इसे हैक न कर सकें. लड़कियां सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें, पर सावधानी के साथ. पुलिस अधीक्षक ने बंद चाय बागानों की लड़कियों के बारे में कहा कि इसी बीच मालबाजार में जागरूकता शिविर का आयोजन शुरू किया गया है. उन्होंने कहा कि धूपगुड़ी थाने के और 19 स्कूलों को जागरूकता शिविर के लिए चयनित किया गया है. आगामी सोमवार से धारावाहिक रूप से इन स्कूलों में छात्र-छात्राओं को मानव तस्करी से बचने के लिए जागरूक किया जायेगा. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि गर्ल्स कॉलेज की लड़कियों के लिए आनेवाले दिनों में कैरियर काउंसेलिंग शिविर भी आयोजित किया जायेगा.

शुक्रवार को इस कार्यक्रम में उप पुलिस अधीक्षक विद्युत तरफदार, गर्ल्स कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य नीलांशु शेख दास, कॉलेज के अध्यक्ष गोपाल मुखर्जी और सचिव राजेश सिंह भी उपस्थित थे. साथ ही एनजीओ शक्तिवाहिनी के सदस्य भी मौजूद थे.

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