बहकावे में न आयें : मानस
तकरार. मन्नान व अधीर से मानस भुईंया की अपील कोलकाता : लोकलेखा समिति (पीएसी) के चेयरमैन पद को लेकर प्रदेश कांग्रेस का विवाद दिनों दिन और गहराता जा रहा है. गुरुवार को पीएसी के चेयरमैन व कांग्रेस विधायक मानस भुईंया ने विधानसभा परिसर में संवाददाता सम्मेलन को संबाेधित करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता […]
तकरार. मन्नान व अधीर से मानस भुईंया की अपील
कोलकाता : लोकलेखा समिति (पीएसी) के चेयरमैन पद को लेकर प्रदेश कांग्रेस का विवाद दिनों दिन और गहराता जा रहा है. गुरुवार को पीएसी के चेयरमैन व कांग्रेस विधायक मानस भुईंया ने विधानसभा परिसर में संवाददाता सम्मेलन को संबाेधित करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान के कहने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कार्रवाई कर रहे हैं. उन्होंने विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को शांत होने व शांत रहने की सलाह दी.
उन्होंने कहा कि मन्नान को संवैधानिक नियमों का पता नहीं है और वह प्रदेश अध्यक्ष व एआइसीसी को जैसा समझा रहे हैं, वे उनके बहकावे में आकर वही कर रहे हैं. इस संबंध में मानस भुईंया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को एसएमएस भेजा है और उनसे अब्दुल मन्नान के बहकावे में नहीं आने का अनुरोध किया है.
वहीं, विधानसभा के संवैधानिक नियमों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि नियम के अनुसार विधानसभा के प्रमुख विपक्ष पार्टी के विधायक को ही पीएसी चेयरमैन बनाया जा सकता है.
वहीं, अधीर रंजन चौधरी द्वारा डॉ भुईंया पर शहीद होने की टिप्पणी करने पर उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि यह कांग्रेस का कल्चर नहीं है. अधीर और मन्नान अपना पाप अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआइसीसी) के माथे थोपना चाहते हैं. एआइसीसी को कलंकित करना चाहते हैं और इसकी साजिश रच रहे हैं. उन्होंने कहा कि बंगाल के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पास सही बात पहुंचनी चाहिए.
जिस तरह से भारतीय संसदीय व्यवस्था व विधानसभा की मर्यादा को नष्ट किया जा रहा है. विधानसभा अध्यक्ष का पद एक संवैधानिक पद है और उनके द्वारा दिये गये आदेश का अपमान नहीं किया जा सकता. उन्होंने माकपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का उदाहरण देते हुए कहा कि जब वह लोकसभा अध्यक्ष के पद पर थे, तो उन्होंने उस पद की मर्यादा को रखते हुए संविधान के अनुसार फैसला लिया. यहां तक कि उन्हें पार्टी से भी निकाल दिया गया, लेकिन उन्होंने इस संवैधानिक पद का अपमान नहीं किया.
सुजन चक्रवर्ती को कांग्रेस द्वारा पीएसी चेयरमैन बनाने के संबंध में श्री भुईंया ने कहा कि सुजन चक्रवर्ती से उनकी बात हुई है और उन्होंने कभी भी पीएसी चेयरमैन बनने की इच्छा जाहिर नहीं की थी और न ही माकपा ने ऐसा कोई फरमान दिया है कि अगर माकपा के विधायक को चेयरमैन नहीं बनाया गया, तो वह गंठबंधन से अलग हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा को भी पत्र लिख कर इस बारे में जानकारी लेंगे. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि यह सिर्फ विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान की एक चाल है, साजिश के तहत उन्हें बदनाम किया जा रहा है.