भारत की प्रगति पड़ोसी देशों की प्रगति से जुड़ी है

नयी दिल्ली/कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना के साथ पेट्रापोल-बेनापोल भू बंदरगाह का उदघाटन किया और कहा कि भारत की प्रगति उसके सभी पड़ोसियों की प्रगति से जुड़ी हुई है. इस कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एकीकृत जांच चौकी( आइसीपी )से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2016 8:40 AM
नयी दिल्ली/कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना के साथ पेट्रापोल-बेनापोल भू बंदरगाह का उदघाटन किया और कहा कि भारत की प्रगति उसके सभी पड़ोसियों की प्रगति से जुड़ी हुई है. इस कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एकीकृत जांच चौकी( आइसीपी )से आर्थिक एकीकरण तथा भारत और बांग्लादेश के बीच संपर्क को बढ़ाने में मदद मिलेगी. उदघाटन कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा शामिल हुईं. आर्थिक विकास और एक दूसरे से घनिष्टता से जुड़े होने की बात पर जोर देते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत की प्रगति उसके सभी पड़ोसियों की प्रगति से जुड़ी हुई है.

उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया के सबसे बड़े भू बंदरगाह का उदघाटन भारत और बांग्लादेश के संबंधों में बहुत महत्वपूर्ण आयाम है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और बांग्लादेश न सिर्फ विकास के पथ पर आगे बढ़े हैं, बल्कि साथ मिलकर चल रहे हैं. पेट्रापोल-बेनापोल भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार के लिए महत्वपूर्ण सीमा क्रॉसिंग है, जहां से 50 फीसदी से अधिक द्विपक्षीय व्यापार होता है. पेट्रापोल आइसीपी से सुरक्षा, आव्रजन और सीमा शुल्क जैसे कामों को प्रभावी ढंग से किया जा सकेगा. श्री मोदी ने कहा कि इस सीमा चौकी से हर साल 15 लाख लोग और डेढ़ लाख ट्रक गुजरते हैं. बांग्लादेश में हुए हालिया हमलों में लोगों के मारे जाने को लेकर श्री मोदी ने शेख हसीना से संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आप खुद को अकेला न समझें. भारत का पूरा समर्थन आपके साथ है. श्री मोदी ने कहा कि यह मेरे और मेरे देश के लोगों के लिए दुख का विषय है कि ढाका और किशोरगंज में दो आतंकी हमले पवित्र रमजान महीने के दौरान हुए.

यह दुखद क्षण है जब मंदिरों एवं उनके पुजारियों तथा नागरिकों को अमानवीय उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा. प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को धन्यवाद दिया और भारत-बांग्लादेश संबंधों को सुधारने में उनकी भूमिका की सराहना की. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आईसीपी को दोनों देशों के बीच व्यापार विकसित करने में महत्वपूर्ण कदम करार दिया.

भारत और बांग्लादेश के बीच बस एवंं रेल सेवाओं के पहले से ही संचालित होने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हम पड़ोसी हैं और हमारा संबंध अच्छा बना रहेगा. इस नयी आईसीपी की स्थापना के साथ हमारा व्यापार और वाणिज्य फलता-फुलता रहेगा. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी समस्या का समाधान बातचीत के जरिये किया जायेगा. शेख हसीना ने 1971 के मुक्ति संग्राम में भारत की भूमिका को भी रेखांकित किया.

ममता ने कहा ऐतिहासिक दिन
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है. सबसे बड़ा भू बंदरगाह का सफर शुरू हो चुका है. नये क्षितिज की शुरुआत हुई है. इस भू बंदरगाह के साथ 68000 करोड़ रुपये का कारोबार जुड़ा है. शहीद दिवस के कार्यक्रम के मद्देनजर ममता बनर्जी ने इस कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर दिया था. इस संबंध में उन्होंने विदेश मंत्रालय को पत्र लिख कर अपने फैसले से आगाह कर दिया था. मुख्यमंत्री की व्यवस्तता को देखते हुए बाद में कार्यक्रम के समय में बदलाव कर दिया गया जिसके फलस्वरूप शहीद दिवस के कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री इसमें शामिल हुईं.

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