जख्मी हालत में दोबारा उठने के बाद वह फिर से एक रेलिंग से टकराया. इसके बाद उसके दोस्त वहां के सदस्यों संग मिल कर उसे अस्पताल ले गये, जहां चिकित्सा के दौरान उसकी मौत हुई है. पुलिस की अब तक की जांच में वहां किसी भी तरह का षडयंत्र रचे जाने की बात सामने नहीं आयी है.
कुछ दोस्त ऑनलाइन टैक्सी बुक करने लगे. इसी बीच दो गाड़ियों में उसके दोस्त व लेखक अमित चक्रवर्ती अपनी बेटी व पत्नी के साथ आवेश के साथ अस्पताल पहुंचे. वहां चिकित्सा के दौरान उसकी मौत हो गयी. विशाल गर्ग का कहना है कि आवेश जहां सीमेंट की दीवार से गिरा और उसके बाद दोबारा जख्मी हालत में उठा, वह सीसीटीवी कैमरे के दायरे में नहीं था.
इसके कारण उस 20 सेकेंड की घटना की जांच में दोस्तों का बयान, सुरक्षा गार्ड के बयान, दोस्तों का फोन डिटेल के आधार पर पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि वह गिर गया था, जिसके कारण यह घटना घटी. उनकी जांच अभी खत्म नहीं हुई है, कुछ और जांच बाकी हैं. इस सिलसिले में जरूरत पड़ी तो दोबारा दोस्तों से पूछताछ हो सकती है.