भाषा की पाठ्य पुस्तकें न मिलने से विद्यार्थी परेशान
सिलीगुड़ी. नामांकन के करीब दो महीना गुजर जाने के बाद भी ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के कई विद्यार्थियों के पास भाषा की दोनों किताबें नहीं हैं. इससे ये विद्यार्थी काफी नाराज है. पहले ग्यारहवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को सभी किताबें खरीदनी पड़ती थीं. इस वर्ष से राज्य सरकार ने ग्यारहवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों […]
सिलीगुड़ी. नामांकन के करीब दो महीना गुजर जाने के बाद भी ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के कई विद्यार्थियों के पास भाषा की दोनों किताबें नहीं हैं. इससे ये विद्यार्थी काफी नाराज है. पहले ग्यारहवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को सभी किताबें खरीदनी पड़ती थीं. इस वर्ष से राज्य सरकार ने ग्यारहवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को भाषा (हिंदी, नेपाली, बांग्ला, अंगरेजी) की किताबें मुफ्त देने का निर्णय लिया. अधिकांश विद्यालयों में किताबें मुहैया करा दी गयी हैं.
लेकिन अब भी कई विद्यालयों में भाषा की किताबें नहीं पहुंची हैं. किसी-किसी विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या के मुकाबलें किताबें कम आयी हैं. सिलीगुड़ी महकमा में करीब 800 विद्यार्थियों को अब भी भाषा की किताबें नहीं मिल पायी हैं.
कुछ विद्यार्थियों ने बताया कि नामांकन कराये दो महीना हो गया है. लेकिन भाषा की किताबें अभी भी नहीं मिली हैं. विद्यालय में पढ़ाई शुरू हो गयी है. किताब के अभाव में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बाजार में भी यह पुस्तक उपलब्ध नहीं है. विद्यार्थियों का कहना है कि परीक्षा को अब अधिक समय नहीं रह गया है. तैयारी शुरू हो गयी है. किताब के अभाव में भाषा की तैयारी कैसे करें, यह समझ से बाहर हो रहा है. कुछ विद्यार्थियों ने बताया कि वे अपने सहपाठियों की किताबों का जेरोक्स कराकर पढ़ रहे हैं. हालांकि इसमें खर्च अधिक है, पर कोई दूसरा चारा भी उनके पास नहीं है.
इधर विद्यालयों का कहना है कि किताबों की मांग पहले ही डीआइ कार्यालय को भेज दी गयी थी. फिर भी पाठ्य पुस्तकें कम आयी हैं. विभाग की ओर जो भी किताबें मिलीं, उन्हें बच्चों में बांट दिया गया. इस संबध में सिलीगुड़ी शिक्षा जिला के विद्यालय निरीक्षक प्राण गोविंद सरकार ने बताया कि प्रक्रिया में गड़बड़ी होने की वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई है. उन्होंने बताया कि सभी विद्यालयों से माध्यमिक में उत्तीर्ण छात्रों की सूची शिक्षा विभाग को भेजी गयी थी. उस सूची के आधार पर शिक्षा विभाग ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में किताबें उपलब्ध करा दीं और जिला कार्यालय ने विद्यालयों को. लेकिन कुछ ऐसे विद्यालय हैं जिनमें उच्च माध्यमिक नहीं है. उस विद्यालय से उत्तीर्ण विद्यार्थी अन्य विद्यालय चले गये. उनके नाम की किताबें उस विद्यालय नहीं भेजी गयीं.
श्री सरकार ने आगे बताया कि बताया कि जलपाईगुड़ी जिला निरीक्षक कार्यालय के अंतर्गत कुछ विद्यालय सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में स्थित हैं. जैसे बुद्ध भारती, सालूगाड़ा, एक्टियासाल, घुघुमाली विद्यालय आदि. ये सभी विद्यालय माध्यमिक तक हैं. इन विद्यालयों से उत्तीर्ण विद्यार्थी सिलीगुड़ी के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नामांकन करा चुके हैं. जबकि सूची के अनुसार शिक्षा विभाग ने इन विद्यार्थियों की किताबें जलपाईगुड़ी जिला कार्यालय में भिजवायी होंगी. इन्ही कारणों से किताबों की कमी की समस्या हो रही है. श्री सरकार ने बताया कि इसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेज दी गयी है. किताबें आते ही विद्यार्थियों को दे दी जायेंगी.