कार्रवाई पर भड़के ऑटो चालक

कोलकाता: परिवहन मंत्री मदन मित्र के निर्देश पर महानगर में ऑटो चालकों के खिलाफ दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी रही. पुलिस के कार्रवाई के विरोध में इंटाली व टेंगरा इलाके में ऑटो चालकों व पुलिस के बीच जम कर झड़प हुई. जिसमें एक सर्जेट, एक होमगार्ड व दो ऑटो चालक के घायल होने की खबर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2014 9:16 AM

कोलकाता: परिवहन मंत्री मदन मित्र के निर्देश पर महानगर में ऑटो चालकों के खिलाफ दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी रही. पुलिस के कार्रवाई के विरोध में इंटाली व टेंगरा इलाके में ऑटो चालकों व पुलिस के बीच जम कर झड़प हुई.

जिसमें एक सर्जेट, एक होमगार्ड व दो ऑटो चालक के घायल होने की खबर है. घटना को काबू में लाने के लिए इंटाली थाने की पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा. हालांकि आधिकारिक तौर पर पुलिस की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की गयी. पुलिस के मुताबिक इस घटना के बाद दोनों पक्ष की तरफ से एक दूसरे के खिलाफ इंटाली थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी.

क्या था मामला
संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) राजीव मिश्र ने बताया कि परिवहन विभाग के निर्देश पर महानगर के अन्य जगहों के तरह टेंगरा इलाके के गोविंद खटिक रोड में ऑटो में अतिरिक्त यात्री लेकर जाने वाले चालकों के खिलाफ पुलिस का अभियान चल रहा था. इस दौरान कुछ ऑटो चालकों ने इसका विरोध किया और चालकों पर ज्यादती के विरोध में 20 से 30 चालकों ने अवरोध कर दिया. अवरोध हटाने के लिए पुलिस व ऑटो चालकों के बीच बातचीत हो ही रही थी, इसी बीच किसी व्यक्ति ने बेलियाघाटा ट्राफिक गार्ड के सर्जेट अशोक चौवे के ड्रेस के ऊपर किसी ने सब्जी फेंक दिया. भागते समय किसी तरह सड़क पर गिर जाने के कारण वह जख्मी हो गया. जिसके बाद एनआरएस अस्पताल में उसे भरती किया गया. इधर इसकी खबर मिलने पर इंटाली इलाके के गोविंद खटिक रोड व डीसी दे रोड में चालकों ने फिर अवरोध कर दिया. इस दौरान अवरोध हटाने को लेकर चालकों व पुलिस के बीच फिर झड़प हुई. इसमें सर्जेट अशोक चौवे व अजरुन घोष नामक एक होमगार्ड को हल्की चोंट आयी है. अवरोध हटाने को लेकर पुलिस की तरफ से की गयी लाठीचार्ज में दो ऑटो चालक भी घायल हुए है.

इस घटना के कारण इलाके में दो घंटे तक रोष का माहौल व्याप्त रहा. शाम को इलाके में अतिरिक्त पुलिस फोर्स को भेज कर हालात को स्वाभाविक किया गया. वहीं चालकों के मुताबिक ऑटो चालकों के ऊपर पुलिस की दादागिरी पहले से ही काफी ज्यादा थी. सरकार के निर्देश के बाद वह और भी बढ़ गयी है. बिना कारण उनके ऊपर केश थोप दिया जा रहा है. ऐसे हालत में उनका ऑटो चलाना काफी मुश्किल होता जा रहा है. आलम ऐसा रहा तो जल्द वे बेरोजगार हो जायेंगे.

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