जो भारत को अपना देश मानते हैं उन्हें गाय को मां समझना चाहिए : रघुवर दास
।।संवाददाता।। कोलकाता : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जो लोग भारत को अपना देश मानते हैं, उन्हें गाय को मां के रूप में मानना चाहिये. हालांकि श्री दास ने जोर देकर कहा कि गाय बचाने की आड़ में हिंसा नहीं होनी चाहिये. गाय बचाने के नाम पर हाल में हुई हिंसक घटनाओं […]
।।संवाददाता।।
कोलकाता : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जो लोग भारत को अपना देश मानते हैं, उन्हें गाय को मां के रूप में मानना चाहिये. हालांकि श्री दास ने जोर देकर कहा कि गाय बचाने की आड़ में हिंसा नहीं होनी चाहिये. गाय बचाने के नाम पर हाल में हुई हिंसक घटनाओं में पशु तस्कर शामिल हो सकते हैं. जो लोग गौ रक्षा के नाम पर हिंसा में लिप्त हैं उन पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. इस संबंध में सभी पुलिस थाने को जरूरी निर्देश दिये गये हैं.
यदि झारखंड से गाय की तस्करी होती है तो संबंधित थाने के प्रभारी को कार्रवाई का सामना करना होगा. अभी भी दूध के उत्पादन में उनके राज्य में 35 फीसदी की कमी है. झारखंड से मालदा होते हुए गायों को बांग्लादेश तस्करी करके ले जाया जाता है. इसे रोकने के लिए निगरानी बढ़ा दी गयी है. कुछ राजनीतिक दल बेवजह इसमें राजनीतिक रंग दे रहे हैं. हिंदू और मुस्लिम, दोनों के ही बच्चों को सुबह दूध की जरूरत होती है. इसके लिए गायों को बचाना जरूरी है. लेकिन गौ रक्षा के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जा सकती. प्रधानमंत्री ने इस बाबत सही ही कहा है.
उन्होंने कहा कि पूरा संघ परिवार गाय बचाने को मुद्दे को लेकर एकमत है. जो लोग भारत को अपना देश मानते हैं, उन्हें गाय को अपनी मां की तरह समझना चाहिये. गौहत्या और गायों की गिनती के मुद्दे पर संघ परिवार के साथ मतभेदों के बारे में पूछे जाने पर उनका कहना था कि संघ परिवार इस मुद्दे पर एकजुट है. गाय हमारी माता है. जो लोग भारत में रहते हैं और भारतीय हैं, जो लोग भारत को अपना देश कहते हैं, उनके लिए गाय उनकी माता की तरह है.
उन्होंने गौरक्षा के नाम पर हाल में हुई घटनाओं से उपजे विवाद के बीच यह प्रतिक्रिया दी है. श्री दास ने कहा कि इस मुद्दे पर हमारे प्रधानमंत्री ने जो भी कहा है, वह सही है. आप किसी भी धर्म, जाति के हों, लेकिन गाय हमारी माता है और हमें गायों की रक्षा करनी चाहिये, लेकिन गौरक्षा के नाम पर यदि कोई हिंसा करता है, तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से महसूस करते हैं कि जो लोग पशु तस्करी में लिप्त हैं वही इस प्रकार के अपराध करते हैं, इस बात की जांच की जानी चाहिये.