मोदी सरकार पर ममता का हमला, बोलीं – इमरजेंसी से भी बदतर, केंद्र के पास हो सिर्फ 4 मंत्रालय

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए आज आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश में संघीय ढांचे को ध्वस्त कर रही है और वह इस मुद्दे पर राष्ट्रपति की राय मांगेगी.ममता बनर्जी ने कहा है कि मौजूदा हालात इमरजेंसी से भी बदतर है. उन्होंने मोदी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2016 8:01 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए आज आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश में संघीय ढांचे को ध्वस्त कर रही है और वह इस मुद्दे पर राष्ट्रपति की राय मांगेगी.ममता बनर्जी ने कहा है कि मौजूदा हालात इमरजेंसी से भी बदतर है. उन्होंने मोदी सरकार की कश्मीर पॉलिसी के भी विफल होने की बात कही है. उन्होंने वित्तमंत्री अरुण जेटली के दो दिन पहले के नेताजी के ट्वीट का भी उल्लेख किया, जिसमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस की डेथ एनिवरसरी होने की बात कही गयी. ममता ने सवाल उठाया कि यह चूक थी या प्लान एक्शन था. ममता बनर्जी ने कहा है कि तमिलनाडु सरकार ने भी कई मुद्दों पर केंद्र से गंभीर असहमति जाहिर की है. उन्होंने कहा कि वे विपक्षी पार्टियों द्वारा शासित राज्यों से बात करेंगी और हम सब मिल कर मोदी सरकार द्वारा संघीय ढांचे पर किये जा रहे हमले के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि राज्यों की सोच को यह सरकार ध्वस्त कर रही है.

ममता ने राज्य सचिवालय ‘नाबन्ना‘ में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मोदी सरकार संघीय ढांचे को ध्वस्त कर रही है और संविधान का उल्लंघन कर रही है. वह राज्य सरकारों के कामकाज में दखल दे रही है. हम राष्ट्रपति की राय मांगेगे.’ उन्होंने कहा कि दिन के समय राज्य सरकार को केंद्र से पत्र मिला जिसमें कहा गया है कि केंद्र प्रायोजित योजनाओं को तर्कसंगत बनाया जा रहा है.
ममता ने कहा, ‘‘राज्यों को विश्वास में लिए बिना यह सब जबरन किया जा रहा है…..वे सहयोगात्मक संघवाद की बात करते हैं. मैं नहीं जानती कि सहयोगात्मक संघवाद क्या है.’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर वे राज्यों के कामकाज में दखल देते हैं तो फिर राज्य सरकारों के होने का कोई मतलब नहीं है. यह बहुत गंभीर विषय है.’ ममता ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी तानाशाही चला रहे हैं. देश के लोग मोदी के तहत आजादी खो चुके हैं. वे (भाजपा) यह जानते हुए राष्ट्रपति व्यवस्था वाली सरकार चलाने की कोशिश कर रहे हैं कि अगली बार नहीं जीतेंगे.’ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में सिर्फ मंत्रालय-रक्षा, विदेश, रेल और वित्त होने चाहिए.

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